Faridabad News, 29 Sep 2020 : पुलिस आयुक्त कार्यालय, फरीदाबाद में आयोजित जिले के गणमान्य व्यक्तियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए पुलिस आयुक्त, फरीदाबाद ओ पी सिंह ने कहा कि हमने फरीदाबाद को अपराध मुक्त करने का लक्ष्य बनाया है। हम चाहते हैं कि फरीदाबाद की जनता अपने आपको सुरक्षित महसूस करे। अपराध को मूल रूप से समाप्त करने के लिए सर्वप्रथम आवश्यक है कि किशोर बालक बालिकाओं के सद्चरित्र निर्माण पर ध्यान दिया जाए, क्योंकि इस आयु के बच्चों को अच्छाई या बुराई के किसी भी रास्ते पर आसानी से ले जाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बच्चे माता-पिता या अध्यापकों के पूर्ण रूप से निकट संपर्क में रहे और अपने मन के सभी प्रकार के भावों को साझा करें। कभी भी बच्चों का डर के साथ बड़ा होने का माहौल नहीं बनाना चाहिए, वरना वे बड़े होकर भी डरते ही रहेंगे। किशोरों के साथ मित्रवत व्यवहार करके उन्हें सही मार्ग पर ले जाया जाए और समाज को एक उत्तम नागरिक दिया जाए। अगर माता-पिता या अध्यापक बच्चों के निकट नहीं रहेंगे तो वे किसी और के प्रभाव में चले जाएँगे और फिर कोई गारंटी नहीं कि वे सद्मार्ग पर जाएँ या कुमार्ग पर।
किशोरावस्था में सामाजिक बुराई का रास्ता आकर्षक लगता है और बच्चे आसानी से नशे, व्यसन या अपराध की दुनिया में चले जाते हैं। इस आयु के बच्चों को पैसे कमाने के शॉर्टकट का लालच देकर साइबर क्राइम में भी धकेला जा रहा है। अतः बच्चों के प्रति सतर्कता बरतनी जरूरी है।
श्री ओ पी सिंह ने कहा कि हमारे द्वारा भी ‘टीनेज पुलिस‘ नाम से किशोरों के लिए एक विशेष कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसके तहत उनके मन की बात जानकर उन्हें उत्तम चरित्र का निर्माण करने के लिए प्रेरित किया जाता है। अगर समाज में एक भी अपराध प्रवृति का व्यक्ति पैदा होता है, तो सोच कर देखिए कि उससे निपटने और उसको सुधारने के लिए समाज और सरकार का उपयोगी समय और संसाधन खर्च होती है।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त हम चाहते हैं कि बिना सरकार से कोई अतिरिक्त बजट लिए फरीदाबाद को सुरक्षित करना चाहते हैं जिसके लिए फरीदाबाद की जनता से अपील है कि पेशेवर बदमाशों की न तो जमातन करवाएं और न ही उन्हें अपना नेता बनाएँ।
लोगों को चाहिए कि चोरी पर रोक लगाने के लिए कैमरे लगवाएँ तथा अपने ऐरिया के लिए कोई गार्ड रखें। यह कम खर्च में सुरक्षा का उत्तम उपाय है। साइबर अपराध से बचने के लिए किसी के साथ अपना ओ टी पी, पिन या अकाउंट डिटेल साझा न करें। आपसी झगडे़ से बचने के लिए अच्छे पड़ौसी बने और किसी बात पर कोई मनमुटाव हो तो आपसी बातचीत के जरिए विवाद को सुलझाकर मुकदमे रूपी केंसर और कचहेरी की कचकच से बचें।
यदि अच्छे व्यक्ति समाज में सक्रिय नहीं रहेंगे तो बदमाश सक्रिय हो जाएँगे। याचक बनने की बजाए समाज के अच्छे कार्यों में अपना योगदान दें। स्वयं को इतना काबिल बनाएं कि अन्य व्यक्तियों को भी रोजगार मुहैया करवा सकें।
बैठक में उपस्थित कुछ लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र की कुछ छोटी-मोटी समस्याओं का भी जिक्र किया, जिन्हें नोट कर लिया गया और अगले 15 दिन में दूर करने का आश्वासन भी दिया गया। सभी ने बीट प्रणाली की प्रशंसा की और कहा कि जैसे फैमली डॉक्टर होता है, उसी प्रकार उन्हें इस सिस्टम से एक फैमली पुलिस वाला मिल गया है, जिसके माध्यम से पुलिस से जुड़े जनता के छोटे-मोटे काम आसानी से हो रहे हैं, अन्यथा पुलिस से संबद्ध कोई छोटा-सा भी कार्य होने पर किसी पुलिस के जानकार को ढूँढना पड़ता था।
बैठक में उपस्थित लोगों ने भरोसा दिलाया कि वे पुलिस की हर संभव मदद करने के लिए तैयार है। इस प्रकार पुलिस पब्लिक एकता के इस कार्यक्रम में जनता के सहयोग के लिए उनका आभार प्रकट करते हुए बैठक का समापन किया गया।