फरीदाबाद, 18 सितंबर। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिविजन के सहयोग से पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति और सफाई कर्मचारियों सहित विभिन्न वर्ग के लोगों में कुशलता एवं दक्षता बढ़ाने के लिए पीएम-दक्ष पोर्टल व पीएम-दक्ष मोबाइल एप लांच किया है। इस एप के जरिए अब ये नागरिक आसानी से कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेकर लाभ उठा सकेंगे।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत इन वर्गों को दीर्घकालीन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम, अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा उद्यमिता विकास कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिल सकेगा। कार्यक्रम का मुख्य फोकस उच्च गुणवत्ता का कौशल प्रदान करने पर होगा ताकि प्रशिक्षण के बाद आसानी से नौकरी या स्वरोजगार कर सके।
इस समूह में अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, आर्थिक तौर पर पिछड़ा वर्ग, अधिसूचित जनजातियां, कचरा बीनने वाले, ट्रांसजेंडर व अन्य श्रेणियों के स्वच्छता कर्मी शामिल हैं। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा गठित क्षेत्रीय कौशल परिषदों और अन्य प्रमाणिक संस्थानों के माध्यम से कार्यान्वित किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस पोर्टल व एप पर कौशल विकास से संबंधित समस्त सूचनाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हैं। प्रशिक्षण संस्थान तथा उनकी रुचि के कार्यक्रम के लिए पंजीकरण करने की सुविधा भी मौजूद है। इस पर व्यक्तिगत सूचना से संबंधित वांछित दस्तावेज अपलोड करने की सुविधा तथा प्रशिक्षण अवधि के दौरान चेहरे एवं आंखों की स्कैनिंग के माध्यम से प्रशिक्षुओं की उपस्थिति दर्ज करने की सुविधा मौजूद है। उन्होंने कहा कि सरकार इन वर्गों को वित्तीय व सामाजिक तौर पर आत्मनिर्भर बनाने का लगातार प्रयास कर रही है।
अब कोई भी व्यक्ति पीएम-दक्ष पोर्टल पर जाकर एक ही स्थान पर कौशल विकास प्रशिक्षण से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकता है।
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि प्रशिक्षण लेने के बाद सरकार ने तीन निगमोंं को उन्हें ऋण उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी दी है। इनमें राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम तथा राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम शामिल है। अब कोई भी व्यक्ति पीएम-दक्ष पोर्टल पर जाकर एक ही स्थान पर कौशल विकास प्रशिक्षण से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकता है। इतना ही नहीं, केवल एक क्लिक करने पर अब कोई भी लाभार्थी अपने आस-पास चल रहे कौशल विकास प्रशिक्षणों के बारे में सूचना प्राप्त कर सकता है और आसानी से कौशल प्रशिक्षण के लिए अपना नाम पंजीकृत करा सकता है।
उन्होंने बताया कि पीएम दक्ष मोबाइल एप गूगल प्ले स्टोर में आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। डाउनलोड करने के बाद उम्मीदवार को पंजीकरण पर क्लिक करना होगा। इसके बाद उम्मीदवार को अपनी बेसिक डिटेल भरनी होगी। बेसिक डिटेल भरने के बाद मोबाईल नंबर पर ओटीपी आएगा। इसके बाद उम्मीदवार को ट्रेनिंग व बैंक डिटेल आदि भरनी होगी।