Faridabad News, 30 Aug 2020 : पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह के मार्गदर्शन पर काम करते हुए दयालबाग पुलिस चौकी इंचार्ज एसआई राजेश कुमार और उनकी टीम को रात्रि पैदल गश्त के दौरान हथियार सहित एक आरोपी को काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की है।
श्रीमती धारणा यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी की पहचान उमेश पुत्र प्यारेलाल दुर्गा विहार लक्कड़पुर फरीदाबाद के रूप में हुई है।
मामला कल रात्रि का है जब दयालबाग चौकी में तैनात मुख्य सिपाही नरेश, मुख्य सिपाही विक्रम, सिपाही अजय और सिपाही बंटी पैदल गश्त कर रहे थे। जब पुलिस पार्टी भरत विहार दिल्ली पहलादपुर श्मशान घाट के सामने पहुंचे तो सामने से एक मोटरसाइकिल और एक स्कूटी आ रही थी।
मोटरसाइकिल और स्कूटी पर तैनात बदमाशों ने जैसे ही पुलिस पार्टी को देखा तो आनन-फानन में मोटरसाइकिल और स्कूटी को यू टर्न कर भागने लगे। पुलिस पार्टी को शक हुआ तो बदमाशों की तरफ पकड़ने के लिए भागे, जिस पर पुलिसकर्मियों ने मोटरसाइकिल सवार आरोपी उमेश को दबोच लिया। स्कूटी पर सवार अन्य दो बदमाश थोड़ी दूर होने के कारण जब जल्दबाजी में स्कूटी को यू-टर्न कर रहे थे तो स्कूटी फिसल जाने पर स्कूटी को छोड़कर दोनों आरोपी फरार हो गए।
पूछताछ पर बदमाश उमेश ने पुलिस को बताया कि भागे हुए दो बदमाश का नाम विकास और मोहम्मद अलमीम उर्फ लेफ्टी है जो कि दोनों दिल्ली के संगम विहार के रहने वाले हैं। आरोपी उमेश बलात्कार और जान से मारने के प्रयास के केस में दिल्ली की तिहाड़ जेल में रह चुका है।
मेरा भाई ओम सिंह तिहाड़ जेल में मर्डर के केस में पिछले 14 साल से बंद है। जिसके खिलाफ मर्डर और डकैती के काफी अपराधिक मामले दर्ज हैं। जोकि एक शातिर गैंगस्टर है।
जेल में बंद भाई ओम सिंह का जेल में अन्य बदमाशों से गैंग वॉर चल रहा है जिसके चलते भाई ने मेरी (उमेश) की सुरक्षा के लिए हथियार और दो बदमाश विकास और लेफ्टी को मेरे साथ रहने के लिए बोला था।
भाई ओम सिंह ने बताया था कि मेरी जेल में लड़ाई हो गई है और वह लोग तुझ पर हमला कर सकते हैं इसलिए मैं दो बदमाशों का तेरी सुरक्षा के लिए इंतजाम कर रहा हूं वह हमेशा हथियार के साथ तेरे साथ रहेंगे।
आरोपी उमेश ने बताया कि फरार आरोपी विकास और मोहम्मद अलीम उर्फ लेफ्टी भी तिहाड़ जेल में बंद रह चुके हैं और उनकी दोस्ती भाई से तिहाड़ में ही हुई थी।
हथियारों के संबंध में पूछताछ पर गिरफ्तार आरोपी उमेश ने बताया कि हथियार, जेल में बंद मेरे भाई ओम सिंह के कहने पर विकास कहीं से लेकर आया था।
पुलिस ने मौके से आरोपी उमेश के कब्जे से एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस और स्कूटी छोड़कर फरार बदमाशों की स्कूटी की डिग्गी से एक पिस्टल और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
आरोपियों के खिलाफ थाना सूरजकुंड में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आज आरोपी को अदालत में पेश कर जेल भेजा है।
दयालबाग पुलिस चौकी टीम फरार बदमाश विकास और मोहम्मद अलमीम उर्फ लेफ्टी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है उनको भी जल्द गिरफ्तार कर हथियारों के संबंध में पूछताछ की जाएगी।