Faridabad News, 11 Dec 2019 : आपको बताते चलें कि गांव महावतपुर में दलितों द्वारा बारात निकालने को लेकर दलित एवं गांव के प्रभावशाली व्यक्तियों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया था।
जिस पर थाना भूपानी में मुकदमा दर्ज करआरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आगामी कार्यवाही शुरू कर दी गई थी।
गुरुवार रात को भूपानी पुलिस गांव महावतपुर में आरोपियों को गिरफ्तार करने गई तो पुलिस पर कई तरह के आरोप लगाए गए थे।
मामला तूल पकड़ने पर श्रीमान पुलिस आयुक्त केके राव ने एसीपी बीपीटीपी, रतनदीप बाली एवं एसएचओ भूपानी इंस्पेक्टर कैलाश चंद को जल्द मामले को सुलझाने के दिशा निर्देश दिए थे।
जिस पर एसीपी रतनदीप बाली एवं एसएचओ कैलाश चंद ने मामले को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों को साथ में बिठाकर मामला सुना।
एसीपी बीपीटीपी रतनदीप बाली ने दोनों पक्षों का मामला सुलझाने के लिए 36 बिरादरियों की बैठक बुलाने का फैसला किया।
एसीपी एवं एसएचओ की पहल पर 36 बिरादरियों की पंचायत के साथ दोनों पक्षों के मौजिज व्यक्तियों को शामिल किया गया।
एसीपी बीपीटीपी रतनदीप बाली ने पंचायत के सामने दोनों पक्षों के मामले को सुना एवं उसके बाद पंचायत से बातचीत कर दोनों पक्षों के मामले को सुलझाने में कामयाबी हासिल की।
एसीपी रतनदीप बाली ने बताया कि पुलिस एवं पंचायत के फैसले से दोनों पक्षों का आपस में निपटारा किया गया है।
एसीपी बीपीटीपी ने बताया कि दोनों पक्षों ने माना है कि उनकी कहीं ना कहीं गलती हुई थी जिससे यह विवाद उत्पन्न हुआ था।
रतन दीप बाली ने पंचायत में मौजूद सभी लोगों को कहा कि गांव में गांव समाज में इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए। जैसे कि सभी जानते हैं गांव में विभिन्न धर्म एवं विभिन्न जाति के लोग रहते हैं। हमें धर्म एवं जाति से ऊपर उठकर सोचना चाहिए, एक दूसरे की मदद करनी चाहिए। सबसे पहले इंसानियत को प्राथमिकता देनी चाहिए।
उन्होंने गांव महावतपुर के लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी भाईचारे से आपस में खुश रहें एक-दूसरे की मदद करें।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि रतनदीप बाली एसीपी बीपीटीपी ने बड़े ही सूझबूझ के साथ मामले को सुझाया है।