Faridabad News : देश की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीद तथा बल्लभगढ़ रियासत के राजा नाहर सिंह का बलिदान दिवस आज बल्लभगढ़ के राजा नाहर सिंह पार्क में धूमधाम से मनाया गया। प्रगतिशील किसान मंच के तत्वाधान में आयोजित एक समारोह में मंच के प्रधान एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सत्यवीर डागर के अतिरिक्त पूर्व सीपीएस कुमारी शारदा राठौर, विधायक मूलचंद शर्मा के बड़े भाई टेकचंद शर्मा, जिला परिषद के चेयरमैन विनोद चौधरी, इनेलो नेता ललित कुमार बंसल, पूर्व विधायक राजेंद्र मिश्रा व बल्लभगढ़ के डीसीपी विष्णु दयाल प्रमुख रुप से उपस्थित थे। इस मौके पर उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कांग्रेसी नेता सत्यवीर डागर ने कहा कि राजा नाहर सिंह किसी एक जाति विशेष के नहीं बल्कि समाज के उस वर्ग के प्रेरणास्रोत रहे हैं जो कि स्वाभिमान तथा देश प्रेमी की भावना से ओतप्रोत रहा है। राजा नाहर सिंह जब तक जीवित रहे अंग्रेजी शासन भारतवर्ष में सुकून नहीं प्राप्त कर पाया और जब 9 जनवरी 1858 को राजा नाहर सिंह को दिल्ली के टाउन हॉल में सरेआम फांसी पर लटकाया गया उसके बाद अंग्रेजी शासन ने राहत की सांस ली थी।
उन्होंने मांग की कि बल्लभगढ़ में बन रहे मेट्रो स्टेशन का नाम भी इस अमर शहीद राजा नाहर सिंह के नाम पर रखा जाए ताकि हमारे आने वाली पीढ़ी के लिए वह प्रेरणास्त्रोत बने रहे। इस मौके पर अपने संबोधन में पूर्व सीपीएस कुमारी शारदा राठौर ने राजा नाहर सिंह को नमन करते हुए कहा कि उनका जीवन आज भी युवा वर्ग के लिए प्रेरणा का स्रोत है। जब उनकी सरकार थी तो उन्होंने न केवल बल्लभगढ़ प्रवेश पर राजा नाहर सिंह द्वार का निर्माण कराया बल्कि बल्लभगढ़ के बस स्टैंड का नाम भी राजा नाहर सिंह के नाम पर रखने का काम किया। उन्होंने कहा कि उनकी है इच्छा है कि बल्लभगढ़ में राजा नाहर सिंह की एक विशाल प्रतिमा स्थापित की जाए। उन्होंने इस बात के लिए भी जोर-शोर से मांग उठाने की बात की कि बल्लभगढ़ के मेट्रो स्टेशन का नाम राजा नाहर सिंह मेट्रो स्टेशन रखा जाए। इस मौके पर जिला परिषद के चेयमरैन विनोद चौधरी व पूर्व विधयक राजेंद्र मिश्रा ने भी अपने-अपने संबोधनों में राजा नाहर सिंह की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उन्हें स्वतंत्रता संग्राम का महान योद्धा करार दिया।
इस मौके पर जहां राजा नाहर सिंह की स्मृति में हवन-यज्ञ का आयोजन भी किया गया वहीं राजा नाहर सिंह के साथ शहीद हुए गुलाब सिंह सैनी व भूरे वाल्मीकि के परिजनों को शॉल व स्मृ़ति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मास्टर मोहनलाल जी, सूबेदार पत्रराम, लखन बैनीवाल, युधिष्ठिर बैनीवाल, रिछपाल लाम्बा, चौ. अजीत सिंह, सरदार सुखदेव सिंह, राजन ओझा, अनीशपाल, भगत सिंह दलाल, नरवीर सिंह, अमरीश सौरोत, धीरज राणा, प्रदीप डागर, जिला पार्षद अवतार सारंग, कर्नल गोपाल, पार्षद, दीपक चौधरी, रिछपाल लाम्बा, जगदीश तेवतिया, धर्मबीर तेवतिया, सरदार टेकपाल सिंह, लच्छूराम, चौ. प्रहलाद सिंह, डालचंद सरपंच, प्रेम बोहरे जी सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद थे।