Faridabad News, 02 Nov 2018 : योग और आयुर्वेद का प्रचार अब अफ्रीकी देशों में होगा। इसके लिए भारत की तरफ से अफ्रीकी देश बोत्सवाना, जिम्बाब्बे, मलावी में द्विपक्षीय समझौते किए जाएंगे। इस क्रम में पहला समझौता बोत्सवाना देश में हुआ। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और बोत्सवाना के अंतरराष्ट्रीय मामलों के कार्यकारी मंत्री मचाना आर शुमकिनी ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते के दौरान भारत के उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू और बोत्सवाना के कार्यकारी राष्ट्रपति सलम्बर साथ थे। उपराष्ट्रपति के साथ केंद्रीय मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर बुधवार से तीन अफ्रीकी देशों की छह दिवसीय सरकारी विदेश यात्रा पर हैं।
बृहस्पतिवार को बोत्सवाना में हुए इस समझौते में स्वास्थ्य व राजनयिक मामलो को शामिल किय गया। स्वास्थ्य समझौते में भारत बोत्सवाना का योग और आयुर्वेद के प्रचार के लिए सहयोग करेगा। इस क्रम में जहां भारत की तरफ से योग शिक्षक बोत्सवाना जाएंगे और भारतीय आयुर्वेदिक दवाएं वहां भेजी जाएंगी वहीं बोत्सवाना देश भी अपने देश में तैयार होने वाली आयुर्वेद दवाएं भारत भेजेगा। केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने समझौते के बाद से फोन पर हुई बातचीत में बताया कि बोत्सवाना देश के राजनयिक अब भारत में केवल वीजा पर आ सकेंगे। उन्हें अलग से वीजा लेने की जरूरत नहीं होगी।
कृष्णपाल गुर्जर ने बताया कि बोत्सवाना के कार्यकारी राष्ट्रपति सहित वहां के अन्य मंत्रियों ने भारत की इस पहल को काफी सार्थक माना है। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने बोत्सवाना सेना के अधिकारियों और एम ई ए बोत्सवाना के जूनियर राजनयिकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम की जूनियर स्तर पर व्यवस्था भी की है।उन्होने बताया कि कार्यकारी राष्ट्रपति सलम्बर सोगवेन ने भारत की इस पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताया है। इस अवसर पर उनके साथ भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में लोक सभा सांसद के सुरेश, राज्यसभा सांसद मुरलीधरन, माननीय उपराष्ट्रपति के सचिव श्री सुब्बाराव, विदेश मंत्रालय के सचिव पी एस त्रिमूर्ति, बोत्सवाना में भारत के उच्चायुक्त राजेश रंजन, माननीय उपराष्ट्रपति के संयुक्त सचिव अशोक दीवान के अलावा माननीय राज्य मंत्री के अतिरिक्त निजी सचिव किरण पाल खटाना भी उपस्थित थे।