फरीदाबाद, 25 अगस्त – ‘त्रिवेणी’ वृक्षों के लाभों को बढ़ावा देने के लिए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के शिक्षकों और कर्मचारियों ने आज हरियाली पर्व के तहत पौधारोपण अभियान चलाकर परिसर में बरगद, नीम और पीपल के पौधे लगाये। जब नीम, पीपल तथा बरगद को एक साथ लगाया जाता है तो इसे त्रिवेणी कहा जाता है।
हरियाली पर्व के अंतर्गत विश्वविद्यालय स्टाफ क्लब और महिला क्लब के सदस्यों द्वारा पौधारोपण अभियान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. एस.के. तोमर, समाजसेवी एवं विश्वविद्यालय के महिला क्लब की संरक्षक श्रीमती स्वीटी तोमर, डीन (कालेज) प्रो. तिलक राज तथा डीएसडब्ल्यू कार्यालय एवं वसुंधरा ईसीओ क्लब के सदस्य कार्यक्रम में उपस्थित थे।
इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने कहा कि पीपल और बरगद की जड़ें पृथ्वी को भूजल धारण करने में मदद करती हैं और भारी मात्रा में ऑक्सीजन उत्पन्न करती हैं जबकि रात में यह एंटीऑक्सिडेंट पैदा करती हैं जो वातावरण के विषाक्त घटकों को खत्म करती हैं और वातावरण को शुद्ध करती हैं, जबकि नीम पर्यावरण के उपचार का मूल तत्व है। इसके अलावा, इन पौधों का पारिस्थितिक और पौराणिक महत्व बहुत अधिक है। उन्होंने त्रिवेणी पौधों के रोपण को बढ़ावा देने के लिए शिक्षकों और कर्मचारियों के सदस्यों की पहल की सराहना की।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय द्वारा जुलाई और अगस्त माह में हरियाली पर्व मनाया जा रहा है तथा इस उपलक्ष्य में नियमित रूप से पौधारोपण अभियान चला जा रहा है।