Faridabad News, 18 Sep 2019 : फरीदाबाद नगर निगम की आयुक्त श्रीमती सोनल गोयल ने शहरवासियों से अपील की है कि निगम क्षेत्र में मैसर्स याशी कन्सल्टिंग सर्विसिज़ प्राईवेट लिमिटेड के द्वारा किए जा रहे सम्पत्ति कर के सर्वे के कार्य में वे पूर्ण सहयोग प्रदान करें। उन्होंने बताया कि निगम क्षेत्र में स्थित सभी मकानों, दुकानों, प्लाॅटों/भूमि व अन्य सम्पत्तियों का हरियाणा सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार सरकार द्वारा ही अधिकृत उक्त एजेंसी के द्वारा सर्वे किया जाना है। इस सर्वे के बाद सभी सम्पत्तियों व इससे सम्बन्धित सूचनाओं का संकलन ऑनलाइन प्रणाली पर किया जाएगा, जिससे करदाताओं को अपने सम्पत्ति कर, केन्द्रीय एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं को जानने व समझने के साथ-साथ इन योजनाओं का लाभ भी प्राप्त होगा व हर एक सम्पत्ति का एक प्रोपर्टी आई0डी0 नम्बर भी दिया जाएगा, जो कि भविष्य के लिए काफी उपयोगी होगा। हरियाणा नगर निगम अधिनियम 1994 की धारा 104 व 145 के तहत सर्वे के इस कार्य में सम्पत्ति मालिकों के द्वारा सम्बन्धित सूचनाएं व सहयोग दिया जाना कानूनी तौर से भी अनिवार्य है।
निगमायुक्त ने यह भी अपील की है कि सर्वे एजेंसी के कार्डधारी सर्वेयरों, जो कि नगर निगम से भी अधिकृत हैं, का पहचान पत्र देखकर समस्त सूचना व दस्तावेज़ सर्वेयर को सही-सही दें। सर्वे के समय बिजली के बिल, पानी के बिल, फोटो आई.डी., आधार कार्ड, सम्पत्ति की रजिस्ट्री, रैन्ट एग्रीमैन्ट और दुकान से सम्बन्धित लाईसैन्स की फोटोकापी मांगी जाएगी। उन्हांेने बताया कि इस सर्वे के लिए किसी भी प्रकार की फीस या शुल्क देय नंही है और यदि कोई सर्वेयर इसकी मांग करता है तो इसकी सूचना अपने वार्ड पार्षद अथवा निगम कार्यालय में दी जाए। उन्होंने बताया कि सर्वे के बाद सम्पत्ति मालिक के द्वारा दिए गए मोबाईल नम्बर पर एक ओ0टी0पी0 के साथ-साथ टैम्परेरी यूनीक सर्वे आई0डी0 प्राप्त होगा, जिसे सम्पत्ति मालिकों के द्वारा भविष्य की सुविधा के लिए नोट करके रखा जाना चाहिए। उन्होेंने सभी सामाजिक संगठनों, जन प्रतिनिधियांे और पार्षदगणांे से भी जनहित के इस कार्य मंे पूर्ण सहयोग देने की अपील की है।
इधर निगम के अतिरिक्त आयुक्त विक्रम ने सर्वे एजेंसी मैसर्स याशी कन्सल्टिंग सर्विसिज़ प्राईवेट लिमिटेड के स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ इस कम्पनी के द्वारा किए जा रहे सर्वे के कार्य की समीक्षा की। इस बैठक में निगम के क्षेत्रिय एवं कर अधिकारी (मु0) के इलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। श्री विक्रम ने सर्वे एजेंसी के प्रतिनिधियों को सर्वे के काम में तेजी लाने के और इस कार्य में कम से कम 300 सर्वेयर लगाने के निर्देश दिए। उन्होने सर्वे से सम्बन्धित जानकारी न देने वाले सम्पत्ति मालिकों को नोटिस जारी करने और बैनर, होर्डिंग, विज्ञापन व मुनादी आदि के माध्यम से सर्वे से सम्बन्धित जानकारी को समूचित प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी एजेंसी को दिए।