पंजाबी फैडरेशन और पंजाबी समाज सभा ने मिलकर मनाई नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती

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Faridabad News : आज फरीदाबाद के सैक्टर-10 में नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। पंजाबी फैडरेशन और पंजाबी समाज सभा द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में नेता जी जिसमें सुभाष चन्द्र बोस को श्रद्धापूर्वक याद किया गया। इस कार्यक्रम में पंजाबी फैडरेशन के प्रधान एवं भाजपा नेता श्री वासदेव अरोड़ा, पंजाबी समाज सभा के प्रधान श्री अशोक बनियाल व संस्था के अन्य सदस्यों समेत कई आरडब्लूए के प्रधानों ने नेता जी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस मौके पर मुख्यत आरडब्लूए के प्रधान वी.पी. भल्ला, आरडब्लूए सैक्टर-१० के प्रधान जगदीश वर्मा, आरडब्लूए ९० गज के प्रधान वी.के. उप्पल, आर.सी. कटोच, जवाहर वर्मा विनोइ कुमार मग्गू, पवन अरोड़ा, श्यामपाल, सरदार रंजीत सिंह (जीतू), आरडब्लूए संजय कालोनी के प्रधान डा. प्रीतम सिंह, आरडब्लूए के प्रधान बी.एन. कपूर, एस.एस. चौहान, रमेश वर्मा, विनोद सहगल समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। फैडरेशन के प्रधान एवं भाजपा नेता श्री वासदेव अरोड़ा ने नेता जी की जयंती पर कहा कि नेता जी सुभाष चन्द्र बोस आज भी हमारे दिलों में जिन्दा हैं। उन्होंने कहा कि नेताजी को अपने देश से बहुत प्रेम था और उन्होनें अपनी पूरी जिंदगी देश को समर्पित कर दी थी। श्री अरोड़ा ने कहा कि आज हम जो अपने इस स्वतंत्र देश भारत में खुली साँस ले रहे हैं वो भी नेता जी जैसे कई महान स्वतंत्रा सेनानियों की बदोलत है।

नेता जी का आजादी भी दिलवाने में अहम् योगदान रहा है। पंजाबी समाज सभा के प्रधान अशोक बनियाल ने नेता जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुये कहा कि महान स्वतंत्रा सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का मानना था कि अंग्रेजों के दुश्मनों का हाथ थामकर आजादी हासिल की जा सकती है। उनके विचारों को देखते हुए अंग्रेज सरकार ने कलकत्ता में उन्हें नजरबंद कर दिया, लेकिन वो वहां से भाग निकले। सुभाष चंद्र बोस ने 1937 में अपनी सेक्रटरी और ऑस्ट्रियन युवती एमिली से शादी कर ली और इसके बाद उन्होनें हिटलर के साथ मिलकर अंग्रजी हुकूमत के खिलाफ कई काम किए। इस जयंती कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने नेता जी द्वारा दिखाए मार्ग पर चलने का प्रण लिया।

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