फरीदाबाद, 10 जुलाई। डीसी जितेन्द्र यादव ने कहा कि आजादी अमृत महोत्सव की श्रृंखला में बनाए जा रहे अमृत सरोवर और बरसाती पानी के संरक्षण के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग बेहतर सिस्टम है। इससे भूजल भी स्तर ठीक रहेगा।
उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने कहा कि जलशक्ति अभियान के तहत बरसाती पानी को सहेजने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अच्छा माध्यम है। सरकार द्वारा सभी सरकारी संस्थाओं, कार्यालयों व सार्वजनिक स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं। इससे बरसात के दौरान छतों का पानी पाईपों के जरिए इस केंद्र तक पहुंचाकर बोरवेल में डाला जा सकेगा, जिससे भूजल स्तर में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि बरसाती पानी के संचयन के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम होने से परिसर में कहीं पर भी जलभराव की समस्या भी नहीं रहेगी। साथ ही पानी का सदुपयोग भी हो सकेगा। साथ ही वर्तमान समय में गिरते जलस्तर को रोकने के लिए जल संरक्षण की सख्त आवश्यकता है। इसके लिए सरकारी कार्यालयों के अलावा मकानों की छतों के बरसात के पानी को हम जमीन के नीचे तक पहुंचाकर जलस्तर को ऊपर ला सकते हैं,जिसके चलते रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का होना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के तहत हम न केवल सरकारी संस्थान बल्कि अपने घरों में एकत्र होने वाले बरसात के पानी को व्यर्थ न बहाकर पाइप व नालियों द्वारा पुराने कुओं तथा बेकार हो चुके ट्यूबवेलों में डाल दें तो इससे जलस्तर बढ़ने की संभावना होती है। इसके लिए बहुत कम खर्च में साधारण तरीका अपनाया जा सकता है। इसमें भवन के साथ छत के पाइप से आने वाले पानी को नालियों में डाला जाता है। वह नाली निर्धारित नलकूप या गड्ढे तक वर्षा जल पहुंचाती है। इस गड्ढे में नीचे बजरी व उसके ऊपर पड़े पत्थरों से पानी में गंदगी नहीं रहती। इससे बरसात का पानी साफ हो जाता है।
उन्होंने कहा कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के जरिए नकारा नलकूपों को भी रिचार्ज किया जा सकता है। इससे जहां भूजल रिचार्ज होगा, वहीं वर्षा का जल संरक्षित भी कर सकते हैं। इसमें पैसे का भी ज्यादा खर्चा नहीं आएगा। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से बरसात का पानी जमीन के अंदर चला जाएगा। इस व्यवस्था से भूजल स्तर में भी काफी सुधार होगा।
सीईओ जिला परिषद एवं जल शक्ति के नोडल अधिकारी सतेन्द्र दुहन ने जिला वासियों से आह्वान करते हुए कहा कि बरसाती पानी सहेजने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए जल का संचयन हो। जिलाभर में आजादी अमृत महोत्सव के चलते अमृत सरोवरों का कार्य प्रगति पर है। जिला में जल संचयन को लेकर चलाए जा रहे जल शक्ति अभियान के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। जन भागीदारी के साथ जिला में बारिश की एक-एक बूंद के संचय का पूरा प्रयास किया जाएगा। जिला प्रशासन जल संरक्षण के लिए पूरी तरह सजग है। उन्होंने कहा कि आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक जल बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एक साथ कैच द रेन-जहां भी, जब भी संभव हो वर्षा के जल का संग्रह करने के लिए आमजन को जागरूक किया जा रहा है।