Faridabad News, 04 June 2019 : इस भीषण गर्मी में जहां कोई भी व्यक्ति पंखे,एसी और कूलर के आगे से एक सेकंड के लिए भी नहीं हट सकता उसी चिलचिलाती गर्मी में श्री श्री 108 श्री रवि गिरि जी महाराज अनंगपुर गांव की पहाड़ी(कांत एन्कलेव के पास) पर अपने आस पास उपलों में आग लगाकर 41 दिनों के लिए घोर तपस्या कर रहे है। श्री रवि गिरि जी महाराज तपस्या केवल अपने लिए नहीं ब्लकि उनका असली मकसद अरावली पर्वत में लुप्त हो रही हरियाली और वन्य जीव को बचाने का है जो धीरे धीरे खत्म हो रहे है। श्री रवि गिरि जी महाराज का कहना है कि अरावली में लुप्त हो रही हरियाली गंभीर चिंता का विषय है क्योकि पेड़ पौधे खत्म होने से पशु पक्षी भी लगभग खत्म हो जाएगें। उन्होनें कहा कि पानी के अभाव में सबकुछ नष्ट हो रहा है मनुष्य प्रकृति से खिलवाड़ कर रहा है अवैध खनन व वृक्षों का काटना,राष्ट्रीय पक्षी मोर व छोटे पक्षी तोता,रंगीन चिडिय़ा,,नीलकंठ व गौरया आज पिंजरों में रखकर बेची जा रही है जो इन बेजुबान पक्षियों पर घोर अन्याय है। उन्होनें कहा कि आज इंसान जगलों को काटकर अपना आशियाना बसा है और बेचारे जानवरों के घर उजड रहे है नतीजा जानवर शहरों में धुसने पर मारे जा रहे है। श्री रवि गिरि जी महाराज ने कहा कि आज हम सभी को मिलकर अरावली को बचाने के साथ साथ इन जीन जंतुओं को भी बचाने का प्रण करना पड़ेगा तभी हमारी धरा खुशहाल और सुरक्षित रहेगी। उन्होनें सभी साधु संतों से अपील की कि मानव कल्याण और समाज कल्याण को लिए इस नेक काम में मिलकर सभी आहूति डालें ।