Faridabad News : केन्द्रीय आम बजट से कर्मचारियों को एक बार फिर भारी निराशा हाथ लगी है । सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लाम्बा ने बताया की आयकर छूट की सीमा बढाने की बजाय ऐजुकेशन व स्वास्थ्य पर सेस को 1 प्रतिशत बढाकर कर्मचारियों पर और भार डाल दिया है। बजट मे मेडीकल व ट्रॉसपोर्ट एलाऊंस को वापस लेकर कर्मचारी वर्ग के हितो पर भारी कुठाराघात किया है।
उन्होने बताया की कर्मचारियों को आशा थी की मोदी सरकार अपने अाखरी बजट में नयी नेशनल पेंशन स्कीम को रद्द करेंगी और अनुबंध पर लगे कर्मचारियों को पक्का करने तथा समान काम के लिए समान वेतन देने का प्रस्ताव करेंगी। लेकिन बजट में ऐसा कुछ भी नही होने से कर्मचारियों को भारी निराशा हुई है। उन्होने बीमा कम्पनियों का विलय कर सरकारी कम्पनियों के 80 हजार करोड़ शेयर बेचने की धोर निन्दा की है। उन्होने जीपीएफ व ईपीएफ की ब्याज दर न बढाने की भी निन्दा की है।
महासचिव लाम्बा ने बताया की एक तरफ बजट मे 70 लाख नयी नौकरी देने की बात कही गई है और दुसरी तरफ बजट से पहले ही चार वर्ष से खाली पड़े पदो को समाप्त करने के आदेश जारी कर दियें है। बजट में संसदो,राष्ट्रपति व उप राष्ट्रपति के वेतन में बढोतरी का प्रस्ताव तो है, लेकिन कर्मचारियों के वेतन व भत्तो मे बढोतरी पर चुप्पी है।