Faridabad News, 19 July 2019 : डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन और एनजीओ वार्म (WARM- WOMEN AWARENESS REGARDING MENSTRUATION) की ओर से मोहना गांव के सरकारी गर्ल्स हाई स्कूल में छात्राओं और गांव की महिलाओं को 14 हजार सैनेटरी नैपकिंस बांटे गए। यह देश का सबसे बड़ा सैनेटरी नैपकिंस डिस्ट्रीब्यूशन था, इसी के तहत इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में रिकॉर्ड दर्ज किया गया। यह रिकॉर्ड महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रियाक्षी चौधरी और डॉ. अर्पिता जायसवाल ने स्थापित किया है। इस दौरान फैकल्टी ऑफ डेंटल साइंसिस के छात्रों ने मेन्सुरेशन हाइजीन पर नुक्कड़ नाटक पेश कर छात्राओं को जागरूक किया।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. प्रियाक्षी चौधरी ने कहा, कि छात्राओं में मेन्सुरेशन को लेकर जागरुकता जरूरी है। आज भी देश की कई युवतियां सैनेटरी पैड के इस्तेमाल से दूर हैं, यह तब ही मुमकिन हो पाएगा जब जागरुकता बढ़ेगी। उन्होंने बताया, महावरी शर्म की बात नहीं है और इसे एक बीमारी मानना भी गलत है। उन्होंने इस दौरान छात्राओं को सैनेटरी नैपकिन के इस्तेमाल के साथ-साथ उसे खुले में न फेंकने के लिए आग्रह किया। उन्होंने कहा, पैड खुले में फेंकने से बीमारियां फैलती हैं, इसलिए छात्राएं ऐसा न करें और इसे लेकर अपने रिश्तेदारों और बाकी महिलाओं में भी जागरुकता लाएं।
इस दौरान इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की पूरी टीम, डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन की सचिव डॉ. छवि भार्गव, एमआरडीसी के डॉ. अंकुर शर्मा, एनजीओ वार्म से भावेश कालीरमन, स्कूल की प्रिंसिपल समेत पूरा स्टाफ मौजूद रहा।