फरीदाबाद, 04 अक्टूबर। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि 10 अक्टूबर रविवार को आयोजित यूपीएससी की परीक्षा के लिए कि भी तरह की कोताही बर्दास्त ना करें। परीक्षाओं में कोताही बरतने वाले लोगों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाए। परीक्षा केंद्रो में केवल ड्यूटी देने वाले अधिकारी अन्दर जा सकते हैं। इसके अलावा कोई भी अधिकारी परीक्षा केंद्रो के अन्दर जाने पर यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार पूर्णतया पाबंदी है। जिला फरीदाबाद में होने वाली यूपीएससी परीक्षा के लिए 10 अक्टूबर को 37 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इन सभी परीक्षा केंद्रों पर जैमर और सीसीटीवी कैमरे लगा दिए जाएंगे। इनकी जानकारी सम्बंधित परीक्षा केंद्र अधीक्षक 9 अक्टूबर तक सुनिश्चित कर लें।
उपायुक्त जितेंद्र यादव आज ने सोमवार को इस संबंध में मैजिस्ट्रेट, ट्रांसिट अफसर,लायजनिंग आफिसर और परीक्षा केंद्रो के अधीक्षकों साथ सेक्टर-12 केन्वेसन हाल में बैठक कर दिशा निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि परीक्षा के आयोजन संबंधी सभी प्रबंधो के लिए सभी ड्यूटी मैजिस्ट्रेट और ट्रांजिट अफसर तथा परीक्षा केंद्रो के अधीक्षक अपने कार्य दायित्व से जुड़े दायित्वों के बारे में यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार पूरी तरह जानकारी हासिल कर लें। बुकलेट में दी गई हिदायतों का अध्ययन जरूर करें । उन्होंने सभी परीक्षा केंद्रो के अधीक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे भी अपने दायित्व बारे जानकारी हासिल कर व व्यवस्थित रूप से परीक्षाओं की योजना बनाकर उसके सही क्रियान्वयन करें। उन्होंने ट्रांजिट आफिसर को सेंसिटिव मटेरियल लाने व ले जाने की यूपीएससी हिदायतो की पूर्ण जानकारी लेने को भी कहा।
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि परीक्षा से सम्बंधित उक्त अधिकारीयो से अपने वाहन चालक को निर्देश देने बारे कहा कि वे अपने वाहन चालकों को निर्देश दें कि 9 अक्टूबर को उनके वाहन पूरी तरह वर्किंग कंडीशन में हो ताकि किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि वाहन चालक पुलिस विभाग द्वारा निर्धारित रूट पर ही गाड़ी चलाएं। उन्होंने ट्रांजिट आफिसर को सेंसेटिव मेटेरियल लाने व ले जाने के लिए 10 अक्टूबर को लाने वाले जाने के लिए प्रातः 7:30 बजे जिला खजाना कार्यालय फरीदाबाद में पहुंचने तथा अपने साथ विभाग के एक कर्मचारी की मदद के साथ अपने दायित्व को पूरा करने बारे भी आवश्यक दिशा- निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों की पालना करना सभी अधिकारियों का नैतिक दायित्व है, और इस संबंध में किसी प्रकार की कोई कोताही ना बरतें। क्योंकि ऐसा करने वाले व दोषी पाए जाने वाला व्यक्ति इसके लिए खुद जिम्मेवार होगा। सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार उसके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। परीक्षा केंद्र पर मूलभूत सुविधाएं पेयजल, सैनिटाइजर, शौचालय तथा साफ सफाई सहित अन्य उचित व्यवस्था के प्रबंध बारे भी अधिकारी ध्यान रखें और सुरक्षा के दृष्टिगत ऐसी कोई भी परीक्षा सहयोगी सामग्री जो आपत्तिजनक है । उसको केंद्र में अंदर जाने ना दें। यदि स्कूलों के अन्दर वाल पेंटिंग या ब्लैक बार्ड आदि पर ऐसी सामग्री लिखी गई या पेंटिंग की गई है तो उस पर कागज चस्पा करना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर डाँ एमपी सिंह और प्रिसीपल दीपेंद्र चौहान ने उपस्थित ड्यूटी मैजिस्ट्रेट, ट्रांजिट ऑफिसर और परीक्षा केन्द्रों के अधीक्षकों को परीक्षाओं से संबंधित यूपीएससी द्वारा जारी दिशा निर्देश देकर जागरूक किया।
यूपीएससी द्वारा जिला फरीदाबाद में ली जाने वाली लिखित परीक्षा के लिए को 37 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस दौरान यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार परीक्षा की गारिमा, पवित्रता तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए परीक्षा केंद्रवार मैजिस्ट्रेट और ( ट्रांसिट आफिसर ) नियुक्त किए गए हैं। मैजिस्ट्रेट परीक्षा केंद्रों का परीक्षा के दौरान निरीक्षण करेंगे। जबकि ट्रांजिट आफिसर परीक्षा के दौरान संबंधित परीक्षा केंद्र में सेंसिटिव मेटेरियल को जिला खजाना अधिकारी से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाएंगे तथा परीक्षा समाप्ति के उपरांत जिला खजाना कार्यालय, फरीदाबाद में संबंधित नोडल अधिकारी को पहुंचाएंगे।
बैठक में एसडीएम फरीदाबाद परमजीत, सीटीएम पुलकित मल्होत्रा, एमसीएफ के ज्वाइंट कमीशनर सन्दीप मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी ऋतु चौधरी, एसीपी महेन्द्र वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।