Faridabad News, 19 Jan 2020 : महिला आयोग की सदस्य रेनु भाटिया ने कहा कि घर पर तथा कार्यालयों में कार्यरत महिलाओं के साथ हिंसा या शारीरिक और मानसिक अन्हासमैन्ट होती तो वे बिना हिचकिचाहट के महिला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। यदि महिला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करने आना कानी होती है तो तुरंत इस बारे महिला आयोग को सूचित करें। जिस पर आयोग तुरंत प्रभाव से कार्यवाही करना सुनिश्चित करेगा।
श्रीमती रेनु भाटिया स्थानीय सैक्टर-28 में शाही एक्सपोर्ट कम्पनी में कार्यरत महिलाओं तथा अन्य महिला स्टाफ को सम्बोधित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं की कई बार ऐसी दर्दनाक और शर्मसार घटनाएं सामने आई है, जो कि चंद लोगों की घटिया सोच के कारण देश को पूरे विश्व में कलंकित करती है। ऐसी शर्मसार घटनाओ को अन्जाम देने वाले लोगों में कही न कहीं सामाजिक आदर्शों और सिद्धांतिक मूल्यों की कमी रहती है। यदि मा-बाप बच्चों को सामाजिक सरोकारों और आदर्शो के प्रति बच्चों को जागरूक करें, तो निश्चित तौर पर ऐसी शर्मसार घटनाओ पर पूर्णतया काबू पाया जा सकता है।
उन्होंने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि संस्थान के अलावा स्वयं और परिवार के लिए भी दायित्व बढ जाता है, इसलिए हमें मजबूत इरादों और उच्च सोच के साथ सामाजिक जिम्मेदारी को निभाने का प्रयास करना चाहिए।अपने आप के साथ-साथ अपने सहपाठियो और अन्य साथ रहने वाली महिलाओं को मजबूती के साथ सुरक्षित रहने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने संस्थानों/कम्पनियों में इंटरनल कंप्लेंट कमेटी (आईसीसी) और उस कमेटी की जिम्मेदारियों बारे विस्तार पूर्वक जानकारी उपस्थित महिलाओं को दी। श्रीमती भाटिया ने कहा कि हर उस स्कूल, कालेज, अस्पताल, संस्थाओं, कम्पनियों व कार्यालय में आईसीसी कमेटी का गठन जरूरी है जहां महिलाओं की उपस्थिति है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने साथ हुए अपराध की सूचना किसी भी थाने चौकी में दर्ज करा सकती हैं, चाहे वह उस क्षेत्र में न हो जहां घटना घटी हो। उन्होंने शाही एक्सपोर्ट कम्पनी की आईसीसी कमेटी की रिपोर्ट की समीक्षा भी की और उस संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने कहा कि समाज में महिला सुरक्षा की भावना को मजबूत करने के लिए धरातल पर पूरी निष्ठा और इमानदारी से कार्य करने की जरूरत है। महिलाओं को मानसिक रूप से प्रेरित करें।
हरियाणा महिला आयोग की सदस्य रेणु भाटिया ने आज यहां शाही एक्सपोर्ट कम्पनी में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में महिला सुरक्षा की जानकारी देकर महिलाओं को उनके अधिकारों से रूबरू कराया।
श्रीमती भाटिया ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी हादसे के लिए तीन चीजें जरूरी होती हैं – एक अपराधी, दूसरा शिकार और तीसरा मौका। इनमें से अगर एक भी न हो तो हादसा नहीं होता। इनमें सबसे आसान लेकिन जरूरी है मौका देने से बचना। इसके बाद आता है, खुद को शिकार बनने से रोकना और अपराधी से निबटना।
श्रीमती रेनु भाटिया ने महिलाओं को जागरूक करते हुए आगे बताया कि रास्ते से कोई भी प्राइवेट कैब लेने के बजाय उबर/ओला की टैक्सी करें और टैक्सी में सवार होने से पहले उसका फोटो लेकर अपने परिजनों को भेजें और चालक का नाम-पता भी मालूम करें। कैब या ऑटोवाले से भीड़वाले रास्तों पर ही चलने को कहें। रास्ता लम्बा बेशक हो, लेकिन जाना-पहचाना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी महिला को दस सैकेंड से ज्यादा समय तक घूरे तो उससे सावधान रहें और कोई भी गलत हरकत करने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। साथ ही रात के समय में अंधेरे वाली जगहों से बचें। अपराधी ज्यादातर ऐसी ही जगहों पर ही अपना शिकार तलाशते हैं ताकि बचकर भागने में आसानी हो। ऑटो या टैक्सी का नंबर अपने मोबाइल में टेक्स्ट के रूप में तैयार रखें। थोड़ी भी गड़बड़ी लगे तो अपने किसी दोस्त या जानकार को नंबर एसएमएस कर दें। घर पहुंचने पर एक हाथ में घर की चाबी तो दूसरे में मोबाइल रखें। पुलिस और घर के नंबर स्पीड डायल पर रखें। अगर कोई हमला करें तो – हमलावर की आंखों पर डीओड्रेंट स्प्रे करें। कुछ देर के लिए वह आंखें नहीं खोल पाएगा और आपको अगला कदम उठाने का मौका मिल जाएगा। मोबाइल में पुलिस का नंबर जरूर सेव रखें और अंदेशा होने पर तुरंत उसे डायल करें। इस अवसर पर एस एच ओ सीमा देवी, प्रियंका, कुसुम, शबीरा, शाही एक्सपोर्ट कम्पनी से सुमेधा भटनागर, रवीन्द्र जैन सहित सैकङो महिलाएं उपस्थित थी।