Faridabad News, 08 Oct 2020 : भारतीय वायु सेना दिवस के अवसर पर सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड और जूनियर रेडक्रॉस ने राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद में प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में वायु सेना के शौर्य और अदम्य साहस को नमन करते हुए कृतज्ञता प्रकट की। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने वायु सेना के इतिहास से अवगत कराते हुए कहा कि आज से 85 वर्ष पहले 08 अक्टूबर 1932 को भारतीय वायुसेना की स्थापना हुई थी। भारत के राष्ट्रपति भारतीय वायु सेना के कमांडर इन चीफ के रूप में कार्य करते है। वायु सेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल चार सितारा कमांडर होते है और वायु सेना का नेतृत्व करते है। भारतीय वायु सेना में किसी भी समय एक से अधिक एयर चीफ मार्शल सेवा में नहीं होते। भारतीय वायुसेना भारतीय सशस्त्र सेना का एक अंग है जो वायु युद्ध, वायु सुरक्षा, और वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम देश के लिए करती है। प्रिंसिपल रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि आजादी से पहले इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था और 1945 के द्वितीय विश्वयुद्ध में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आजादी के बाद इसमें से रॉयल शब्द हटाकर इंडियन एयर फोर्स कर दिया गया। वायु सेना दिवस पर वायु सैनिकों की बहादुरी, शौर्य और पराक्रम के लिए उन्हें बारम्बार नमन। वे हमारे आसमान के प्रहरी हैं। उनकी जीवटता, समर्पण, प्रतिबद्धता और कौशल सुनिश्चित करते हैं कि हमारा आसमान सुरक्षित है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि भारतीय वायुसेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है। भारतीय वायुसेना के पास कुल मिलाकर 170000 जवान और 1350 लड़ाकू विमान हैं और यह विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना कहलाती है। अमेरिका, चीन और रूस के पास भारत से बड़ी वायुसेना है। ताकत के मामले में भी हमारी वायुसेना किसी भी देश से पीछे नहीं है। ब्रिगेड अधिकारी और जूनियर रेडक्रॉस काउन्सलर रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने बताया कि सियाचिन ग्लेशियर पर मौजूद एयरफोर्स स्टेशन भारतीय एयरफोर्स का सबसे उंचाई पर मौजूद एयरबेस है जोकि पृथ्वीतल से 22000 फीट की उंचाई पर स्थित है।वायुसेना का वेस्टर्न कमांड सबसे बड़ा एयर कमांड है जहां 16 एयरबेस स्टेशन हैं। भारतीय वायुसेना के कुल 60 से ज्यादा एयरबेस हैं जोकि भारत के हर कोने में स्थित हैं। हमारी वायुसेना पाकिस्तान के साथ चार युद्धों व चीन के साथ एक युद्ध और कई बड़े मिशनों का सफल परिणाम दिया है जिनमें ऑपरेशन विजय – गोवा का अधिग्रहण, ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन कैक्टस व ऑपरेशन पुमलाई शामिल है। भारतीय वायुसेना संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में भी प्रमुखता से अतुलनीय योगदान दिया है। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा, प्राध्यापिका जसनीत कौर, ममता, छात्रा सोनी, नेहा, शिल्पा, काजल, राखी, ताबिंदा, काजल, चंचल, अंजलि, खुशी और शालू ने रंगोली और पोस्टर बना कर भारतीय वायु सेना और सैन्य कर्मियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।