Faridabad News, 02 Aug 2019 : संस्कार फाउंडेशन ने अपनी भारतीय परंपरा को जीवित रखते हुए हरियाली तीज का त्यौहार बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया। इस त्यौहार पर संस्कार फाउंडेशन की टीम के सभी साथी महिलाएं वह बच्चों ने भाग लिया। हरियाणवी वेशभूषा व सिंगार कर महिलाओं व लड़कियों ने हरियाणवी लोक गीतों पर जमकर नृत्य किया। सावन के इस पावन माह में झूलो का आनंद लिया, और विभिन्न प्रकार के पकवानों का लुफ्त उठाया। संस्कार फाउंडेशन की महिलाओं द्वारा मेहंदी कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। परमिता चौधरी ने बताया कि इस दौरान कुंवारी और शादीशुदा स्त्रियां हाथों में मेहंदी लगाती हैं। हरियाली तीज में मेहंदी का खास महत्व है। संस्कार फाउंडेशन ने बड़ी ही पारंपारिक और सांस्कृतिक ढंग से त्यौहार की गरिमा को बनाए रखा व भारतीय संस्कृति से आज की युवा पीढ़ी को अवगत कराया। परमीता चौधरी ने बताया कि उत्तर भारत में इस उत्सव के खूबसूरत रंग देखे जा सकते हैं। देखा जाए तो समय के साथ साथ धर्म परंपराओं से जुड़े त्यौहार का महत्व कम हो रहा है । खासकर आधुनिक समाज इन परंपराओं को ज्यादा तवज्जो नहीं देता है, लेकिन उत्तर भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में स्त्रियों का यह त्यौहार बहुत ही लोकप्रिय है और हर साल हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस त्यौहर पर कुंवारी और शादीशुदा स्त्रियां हाथों में मेहंदी लगाती हैं और चटक रंग के कपड़े पहनती हैं। हरियाणा ,दिल्ली ,पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार जैसे राज्यों में तीज से जुड़े बड़े आयोजन भी किए जाते हैं। इस त्यौहार पर घर पर बने पकवान अपने सांस्कृतिक धरोहर को सहज रहे हैं और युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से हस्तांतरित कर रहे हैं। भारतीय त्योहार आपसी प्रेम सद्भावना व बिना किसी जाति भेदभाव के अनोखा संदेश समाज में देते हैं। भारत अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। समय-समय पर इन त्योहारों का आयोजन हमारे समाज में समाज के उत्थान के लिए अति आवश्यक है। भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन कर संस्कार फाउंडेशन समाज को नई दिशा की ओर अग्रसर करने में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाता रहेगा। इस मौके पर संस्कार फाउंडेशन की अध्यक्ष परमीता चौधरी,दिव्या डागर, राज शर्मा ,रहमानी खान ,गीता चौधरी ,मंजू आहूजा, भगवती, सत्या झा, राधिका चौधरी,फिरदोस, रेनू चौधरी,सानिया, सनहा,शैली आदि मौजूद रहे।