फरीदाबाद, 9 नवम्बर। ‘समर्पण पोर्टल’ को समाज के प्रबुद्ध सेवानिवृत्त लोगो के लिए तैयार किया गया है। जिसका प्रयोग वे अपने गुण, ज्ञान, अनुभव को प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को जन- जन तक पहुचाने मे प्रयोग कर सकते हैं। यह विचार मुख्यमंत्री हरियाणा मनहोर लाल ने इस सम्बंध में जिला के सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों की बैठक को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित करते हुए कहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘समर्पण पोर्टल’ के माध्यम से समाज के लिए कुछ अच्छा करने के इच्छुक लोगों को एक मंच प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पोर्टल के माध्यम से प्रदान की जाने वाली स्वैच्छिक सेवाएं मे शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, किसान कल्याण और कौशल विकास के क्षेत्र में शामिल हैं। जहां सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए लोग शिक्षा, कौशल विकास, खेल और कृषि के क्षेत्र में स्वैच्छिक सेवा देने के लिए अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
उन्होंने हरियाणा के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बच्चों के साथ वालंटियरों को जोड़कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से एक जानकार और सशक्त हरियाणा का निर्माण करना, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और सीखने के पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना मुख्यमंत्री ने कहा, समर्पण पोर्टल का उद्देश्य ऐसे स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित करना है जो समाज की सेवा करने के इच्छुक हैं और सामाजिक उत्थान का एक अनिवार्य अंग बन सकते हैं। शिक्षा, कौशल विकास, खेल, कृषि आदि के क्षेत्र में युवाओं, सेवानिवृत्त कर्मचारियों सहित स्वयंसेवकों की सेवाएं ली जा रही हैं । यदि कोई इस प्रश्न का उत्तर खोज रहा है कि वह दूसरों के लिए क्या कर रहा है, तो सरकार ‘समर्पण’ के माध्यम से उसेे सकारात्मक बदलाव का वाहक बनने के लिये सहायक है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दीनदयाल उपाध्याय की 105वीं जयंती पर के अवसर पर इस वेब पोर्टल की शुरुआत की, जिसके जरिए लोग शिक्षा, कौशल विकास, खेल और कृषि के क्षेत्र में स्वैच्छिक सेवा देने के लिए अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
आवेदन के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक https://samarpan.haryana.gov.in/ है।उन्होंने कहा कि पोर्टल के माध्यम से प्रदान की जाने वाली स्वैच्छिक सेवाएं शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, किसान कल्याण और कौशल विकास के क्षेत्र में सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा, ” उदाहरण के लिए, यदि कोई बच्चों की मदद करना चाहता है तो वह इस पोर्टल पर पंजीकरण कर उन्हें शिक्षित कर सकता है या उन्हें खेल या कौशल प्रशिक्षण दे सकता है। इसी तरह, यदि कोई महिलाओं के कल्याण के लिए काम करना चाहता है, तो वे उन्हें पोषण, सशक्तिकरण या सुरक्षा को लेकर जागरूक कर सकता है। इस अवसर पर भाई जितेंद्र यादव ने उपस्थित सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों से अपील की कि वे अपने से जुड़े रूचिकर क्षेत्रों मैं स्वेच्छा से निशुल्क अपनी सेवाएं प्रदान कर समाज के नव निर्माण में अपना यथासंभव यथाशक्ति सहयोग दें।जिस पर उपस्थित सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे जिले के संबंधित क्षेत्रों में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में अपना हर संभव प्रयास करेंगे।