Faridabad News, 17 June 2019 : स्थानीय बादशाह खान अस्पताल में बडख़ल विधायिका सीमा त्रिखा ने पोलियो ड्राप पिलाकर पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर सदर अस्पताल में नवजात एवं इलाजरत सभी बच्चों को पोलियो रोधी ड्राप पिलाया गया। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी बादशाह खान अस्पताल के सीएमओ डॉ. गुलशन राय अरोड़ा, डॉ. रमेश, डॉ. विनय गुप्ता, कर्मबीर बैसला, नितिन रावत, आजाद बैसला, गुरूदेव भाटिया व कपिल शर्मा समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। श्रीमति त्रिखा ने लोगों से आग्रह किया कि सभी अपने पांच साल तक के बच्चे को पोलियो की इस अतिरिक्त खुराक को अवश्य पिलाएं। पोलियो मुख्य रुप से छोटे बच्चों को जिनकी उम्र 1 से 5 वर्ष तक की होती है, उन्हीं को अधिक प्रभावित करता है। यह रोग मुख्य रूप से एक प्रकार के वायरस के कारण होता है जो कि नवजात शिशुओं या 5 वर्ष तक के बच्चों के शरीर में प्रवेश कर जाता है और उनके पैरों को कार्य करने योग्य नहीं छोड़ता। लेकिन यह शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है। यह वायरस बच्चों में विकलांगता पैदा कर देता है। इस वायरस को विज्ञान की भाषा में पॉली वायरस के नाम से जाना जाता है। ज्यादातर वायरस युक्त भोजन के सेवन से यह रोग होता है। दूषित भोजन खाने से यह वायरस शरीर में सिर तक पहुंच जाता है, जिसके कारण सिर की कोशिकायें नष्ट होने लगती हैं। यह वायरस श्वास तंत्र से भी शरीर में प्रवेश कर सकता है। यह वायरस स्पाइनल कॉर्ड पर संक्रमण करके वहां पर सूजन पैदा कर देता है। इस सूजन के कारण बच्चे के हाथ और पैर कार्य करना बंद कर देते हैं। रोगी बच्चे की रीढ़ की हड्डी में जकडऩ महसूस होती है। 2 या 3 दिनों में ये सभी लक्षण खत्म हो जाते हैं और इसके बाद बच्चे के हाथ और पैर कार्य करना बंद कर देते है। इस तरह से बच्चा विकलांग बनकर रह जाता है। इस रोग से प्रभावित बच्चा चलने-फिरने और कोई अन्य कार्य करने में भी असमर्थ हो जाता है। इसलिए सभी अपने छोटे बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाएं।