फरीदाबाद, 8 फरवरी – जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा क्लाउड कंप्यूटिंग एवं आईओटी पर एक सप्ताह का शार्ट टर्म प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आईओटी और क्लाउड कंप्यूटिंग क्षेत्र में आधुनिक रुझानों से प्रतिभागियों को परिचित करवाना है। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित किया जाता है और एआईसीटीई द्वारा प्रायोजित है।
माइक्रोसॉफ्ट के इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव गोपी श्रीनिवासन उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि रहे। सत्र की अध्यक्षता कुलपति श्री राज नेहरू ने की। सत्र की शुरुआत इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रदीप कुमार डिमरी के स्वागत भाषण से हुई। सत्र को डीन इंस्टीट्यूट प्रो. तिलक राज ने भी संबोधित किया तथा विषय के महत्व के बारे में जानकारी दी और प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों को संसाधन व्यक्तियों का परिचय दिया।
इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति श्री नेहरू ने प्रतिभागियों को कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। उन्होंने क्लाउड कंप्यूटिंग और आईओटी में चुनौतियों और विकास का भी वर्णन किया। उन्होंने आईओटी पर आधारित नवीनतम अनुप्रयोगों का उल्लेख करते हुए बताया कि नई प्रौद्योगिकी ने कृषि, स्वास्थ्य सेवा, ऊर्जा, परिवहन और भवन प्रबंधन सहित दुनिया भर के कई उद्योगों को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि क्लाउड कंप्यूटिंग और आईओटी वर्तमान समय में तेजी से बढ़ती तकनीकों में से एक हैं।
सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि एस. गोपी श्रीनिवासन ने प्रतिभागियों को आईओटी के नवीनतम रुझानों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने हाल के दिनों में क्लाउड कंप्यूटिंग के विस्तार और इसके अनुप्रयोगों का भी उल्लेख किया। इससे पहले, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. रश्मि चावला ने सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रम का विवरण दिया और विषय के महत्व एवं प्रतिभागियों को कार्यक्रम से होने वाले लाभ की जानकारी दी।
सत्र को डीन एफईटी प्रो एम एल अग्रवाल और प्रो मुनीश वशिष्ठ ने भी संबोधित किया। सत्र के समापन पर प्रो. नीलम तुर्क ने अतिथि वक्ताओं का धन्यवाद किया। सत्र का संचालन डॉ. शैलजा जैन और सुश्री संगीता ढल ने किया।