Faridabad News, 26 Dec 2020 : उपनिषदों की अनेक विद्याएँ गीता में हैं। श्रीमद भगवत गीता के श्लोक में मनुष्य जीवन की हर समस्या का हल छिपा है। गीता के 18 अध्याय और 700 गीता श्लोक में कर्म, धर्म, कर्मफल, जन्म, मृत्यु, सत्य, असत्य आदि जीवन से जुड़े प्रश्नों के उत्तर मौजूद हैं। उक्त वक्तव्य अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के गांव ततारपुर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में शिरकत करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत को ही पुराण मानना चाहिए तथा देवीभागवत को उपपुराण की कोटि में रखना उचित है। केवल धर्म ग्रंथों का अध्ययन करना मनुष्य के लिए हितकर नहीं है, बल्कि धर्म ग्रंथों को अपने जीवन में उतारना ही सच्ची भक्ति है। इससे न केवल हम स्वयं का बल्कि समाज का कल्याण कर सकते हैं। श्रीराम, श्रीकृष्ण के आदर्शों को अपने जीवन में उतारकर हम परमानंद प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने कथा व्यास आचार्य राघवदास गोवर्धन वाले एवं कथा आयोजक श्रीमती देवकी को भगवान परशुराम की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर उनके साथ पं ललित बघौला पं सूरज प्रकाश पं भारत भूषण सहित ग्रामवासी भक्तजन उपस्थित रहे।