फरीदाबाद, 02 मार्च। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि पूरी दुनिया में 15 प्रतिशत बच्चे ऐसे में जिन्हें अगर समय पर ईलाज मिल जाए तो वह गूंगे व बहरे होने से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसी के मद्देनजर हर वर्ष 3 मार्च को वर्ल्ड हियरिंग डे मनाया जाता है। फरीदाबाद जिला में भी गुरुवार 3 मार्च को इस दिवस पर जिला की सभी पीएचसी व सीएचसी में विशेष जांच शिविर आयोजित किए जाएंगे। उपायुक्त जितेंद्र यादव बुधवार को वर्ल्ड हियरिंग डे की पूर्व संख्या पर स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा मीटिंग को संबोधित कर रहे थे।
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि आज पूरी दुनिया में 278 मीलियन बच्चे ऐसे हैं जो सुन नहीं सकते और जो बच्चे सुन नहीं सकते वह बोल भी नहीं पाते। उन्होंने बताया कि इन बच्चों को अगर समय पर ईलाज मिल जाए तो यह ठीक हो सकते हैं। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ईएनटी सर्जन डा. रत्ना ने बताया कि यह पता लगाने के लिए कि बच्चा सुन सकता है या नहीं कई तकनीकों को अपना सकते हैं। इनमें बच्चे के तीन महीने का होने पर अगर बच्चा जागते हुए शोर नहीं करता तो और बच्चा आंखें झपकता है और शोर नहीं होता तो वह सुनने में अक्षम है। चार महीने का होने पर मां की आवाज का बच्चा जवाब न देता हो, 9 महीने का होने पर बच्चा चीखने वाले खिलौनों का जवाब देते है या इस उम्र में बच्चे ने बड़बड़ाना शुरू कर दिया है। 12 महीने का होने पर बच्चा जवाब देता है जब उसके नाम से पुकारा जाता है और क्या आपका बच्चा हाय या अलविदा जैसे छोटे शब्दों का जवाब देता है। 24 महीने का होने पर क्या आपका बच्चा निर्देशों का जवाब देता है जैसे नाक को छूना और अपने पेट को दिखाना इत्यादि,। क्या आपके बच्चे ने छोटे-छोटे 2-3 शब्द करने शुरू कर दिए हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि यदि आपके बच्चे ने संबंधित उम्र में यह चीजें करना शुरू नहीं किया है तो आपको तुरंत ईएनटी विशेषज्ञ को दिखाना होगा।
इस दौरान मीटिंग में उपायुक्त ने निर्देश दिए कि इस जागरूकता अभियान के लिए आंगनवाड़ी व आशा वर्करों के माध्यम से अभियान चलाया जाए। मीटिंग में जिला शिक्षा अधिकारी ऋतु चौधरी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुशीला, स्वास्थ्य विभाग से0डा. सीमा, डा. कौर सहित कई अधिकारी मौजूद थे।