फरीदाबाद, 28 मई – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में उभरती प्रौद्योगिकियों पर अनुसंधान और अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के कौशल विकास कार्यक्रमों पर विशेष बल दिया जा रहा है। इसी कड़ी में कदम उठाते हुए विश्वविद्यालय के कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग द्वारा 30 मई से 3 जून 2022 तक कंप्यूटर विजन एंड इमेज प्रोसेसिंग पर पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है।
यह कार्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई) द्वारा प्रायोजित है। इस कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से 50 से अधिक शिक्षक एवं शोधार्थी हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल के कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत मुख्य अतिथि होंगे।
कुलपति प्रो सुशील कुमार तोमर ने विभिन्न क्षेत्रों में समस्याओं के समाधान और नई संभावनाओं की खोज के दृष्टिगत कंप्यूटर विजन और डीप लर्निंग जैसे उभरते क्षेत्रों में कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित करने पर कंप्यूटर इंजीनिरिंग विभाग के प्रयासों की सराहना की है और शिक्षकों को कार्यक्रम के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कौशल विकास कार्यक्रम उभरते क्षेत्र में शोध में मददगार साबित होते है।
फैकल्टी ऑफ इंफॉर्मेटिक्स एंड कंप्यूटिंग के डीन डॉ कोमल कुमार भाटिया ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रतिभागियों के लिए इमेज प्रोसेसिंग, पैटर्न रिकॉग्निशन और इसके विविध अनुप्रयोगों से संबंधित अनुसंधान क्षेत्रों में ज्ञानवर्धन में मददगार होगा।
विभागाध्यक्ष प्रो. अतुल मिश्रा ने बताया कि पांच दिवसीय कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विषयों जैसे ऑब्जेक्ट डिटेक्शन एंड रिकग्निशन, वीडियो ट्रैकिंग, मोशन डिटेक्शन, जियोस्पेशियल इमेज प्रोसेसिंग, जोकि विभिन्न वैज्ञानिक डोमेन में अनुप्रयोग हैं, पर आईआईटी, एनआईटी तथा प्रतिष्ठित राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान के विशेषज्ञ चर्चा करेंगे। कार्यक्रम का संचालन कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग से डॉ. पारुल तोमर, डॉ. पायल गुलाटी और डॉ. सोनाली गुप्ता द्वारा किया जा रहा है।