Faridabad News, 15 Oct 2021 : जहां दुनिया भर में लोग रावण का दहन करके और शस्त्र पूजा करके दशहरा पर्व मना रहे हैं वहीं पर एसएस ग्लोबल स्कूल के विद्यार्थी इंद्रप्रस्थ गुरुकुल के ब्रह्मचर्य सूरदास मंदिर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही वीर महावीर दल की बालिकाओं ने अपनी प्रतिभा और जोहर का प्रदर्शन करके समाज को संदेश देते हुए वीर पर्व मनाया उक्त विचार देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह ने रखते हुए कहा कि आजकल गुरुकुल में ही चरित्र निर्माण हो रहा है गुरुकुल में आचार्य और शास्त्री कर रहे विद्यार्थियों ने अनेकों ऐसे करतब दिखाएं जिनको देखकर सभी दर्शक दांतो उंगली चलाते रह गए और अनेकों दानदाताओं ने उत्साहवर्धन के लिए धन देकर सभी खिलाड़ियों के मनोबल को बढ़ाया इस अवसर पर एसएस ग्लोबल स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष डंगवाल ने आए हुए सभी अतिथियों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया उक्त कार्यक्रम में हरियाणा रेड क्रॉस की वाइस चेयरपर्सन सुषमा गुप्ता बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रही तथा गुरुकुल के संस्थापक आचार्य ऋषि पाल बतौर विशेष अतिथि उपस्थित रहे अनेकों विद्यार्थियों ने वीर रस की कविताएं पढ़कर सभी के मन को झकझोर दिया डॉ एमपी सिंह ले पाश्चात्य शिक्षा और वर्तमान शिक्षा के अंतर का आकलन करते हुए ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षा के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी डॉ एमपी सिंह ने कहा कि हम 9 दिन से व्रत रख रहे हैं तथा 9 दिन से रामायण भी देख रहे हैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरित्र से सीख लेनी चाहिए सुग्रीव की तरह मित्र बनना चाहिए हनुमान की तरह सेवक बनना चाहिए लक्ष्मण भरत और शत्रुघ्न की तरह भाई बनना चाहिए तभी इस पर्व को मनाना सार्थक हो सकता है महर्षि बाल्मीकि जी ने राम के चरित्र को संस्कृत भाषा में पहले ही लिख दिया था और अपने संरक्षण में लव और कुश को प्रशिक्षण देकर महान योद्धा बना दिया था आज भी इसी प्रकार के गुरुओं की विशेष जरूरत है जो शिक्षा के साथ-साथ अपना संरक्षण भी दे तथा सत्य का बोध कराएं चरित्र का निर्माण करें मातृ पितृ और गुरु भक्ति बनाएं धर्म अधर्म सत्य असत्य ऊंच-नीच सही गलत का बोध ईमानदारी से कराएं तभी हमारा देश समृद्धिसाली और सशक्त हो सकता है इस अवसर पर दून भारती पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य संगीता डंगवाल मनोज डंगवाल ग्रीन फील्ड कॉलोनी आरडब्लूए के प्रधान एसएसएफ के संस्थापक राजेश वशिष्ट भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे