Faridabad News, 25 Jan 2019 : हरियाणा कला परिषद, गुरुग्राम मण्डल एवम संभार्या फाउंडेशन, फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, सोनू नव चेतना फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान मे 4 दिवसीय नाट्य उत्सव के अवसर पर तीसरे दिन लावण्या फाउंडेशन रेवाड़ी के कलाकारों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल पर आधारित नाटक आज के पटेल का मंचन हुड्डा कन्वेंशन हाल सेक्टर 12 में किया गया। डॉ प्रदीप कुमार द्वारा लिखित व निर्देशक मदन डागर के निर्देशन में करीब सवा घंटे चले इस नाटक में कलाकारों ने सरदार पटेल के विचारों व देश की आजादी में उनके योगदान को दिखाया । हास्य एवम व्यंग्यात्मकता से भरपुर इस नाटक का दर्शको ने भरपुर लुफ्त उठाया। अभिषेक देशवाल ने बताया कि नाट्य मंचन के अवसर पर मुख्य रूप से हरियाणा कला परिषद के क्षेत्रीय निदेशक महेश जोशी, भजपा जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, इंडियन आयल आर एंड डी से गंगा शंकर जी, अधिवक्ता अजय गर्ग, उद्गामी नरेश वर्मा व् राहत जी, राजकुमार सैनी, देविंदर जी और भाजपा प्रवक्ता रेनू भाटिया मौजूद रहे।नाटक में देश को आजादी दिलवाने वाले महापुरुषों के बलिदान का आज के युवा वर्ग के दृष्टिकोण को दर्शाने के साथ उनकी देश भक्ति की सोच को दिखाया गया ।कलाकारों ने बताया कि आज की तारीख में कोई महत्व नही रहा सरदार पटेल का ओर किस तरह से उनके चित्रो को सरकारी दफ्तरों मे टांगा जाता हैं ओर साल में केवल दो बार 31 अक्टूबर ओर 15 दिसंबर को उसकी धूल साफ की जाती है। आज सरदार पटेल सिर्फ किताबो में ही सीमित रह गए विद्यार्थी केवल परीक्षा में पास होने के लिए ही उन्हें पढ़ते हैं। बारिस के चलते व सर्दी के मौसम में भी नाटक देखने पहुँचे दर्शको ने नाटक को खूब सराहा। नाटक में सरदार पटेल की भूमिका अमित कुमार,जवाहरलाल नेहरू की भूमिका में सचिन,जिन्ना के रोल में प्रदीप,कृपलानी के रोल में दीपक शर्मा, निज़ाम रविन्द्र कुमार,चायवाले का रोल धीरज कुमार, मौलाना कलाम की भूमिका में मयंक सैनी ने निभाई वही नाटक में डायरेक्टर का रोल डॉ अंकुर खेर ने किया। इस अवसर पर शहर के वरिष्ट कलाकारों को संभार्य रंग सम्मान से सम्मानित भी किया गया जिनमे माइम निर्देशक और राष्ट्रीय पुरस्कार विजयेता सचिन हुड्डा, कलाकार चंद्रकांत यादव, संभार्य फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य रमेश सपरा और बृजमोहन को सम्मानित किया गया। लावण्या फाउंडेशन से झमन सिंह, आदित्य डाटा, दीपक कुमार,गुलशन कुमार, जज्बा फाउंडेशन से हिमांशु भट्ट, गोविन्द, गौरव आदि मौजूद रहे।