फरीदाबाद। डीएवी शताब्दी महाविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग ने फिल्म निर्माण विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया l इस कार्यशाला में फिल्म निर्देशक, अभिनेता तथा फिल्म सेंसर बोर्ड के सदस्य हरिओम कौशिक तथा विकास कुमार बरवाल ने मुख्य वक्ता के रूप में छात्रों से बातचीत की।इस कार्यशाला में वक्ता हरिओम कौशिक जी ने अपने फिल्म जगत के अनुभवों को साझा करते हुए छात्रों को एक अच्छी फिल्म कैसे बनती है व कैसे लिखी जाती है आदि का विवेचन कियाl उन्होंने बताया कि कोई भी कहानीकार बन सकता है और कहानियां हमारे चारों और बिखरी हुई हैं जरूरत है बस उन्हें देखने कीl इसी के साथ ही उन्होंने सिनेमा के गिरते स्तर के बारे में भी बताया कि किस तरह टीआरपी की होड़ में ऑटीटी प्लेटफार्म पर बैढगी कहानियों को दर्शाया जा रहा है l फिल्म समाज का आईना होती हैं इसीलिए यह हमारा कर्तव्य है कि ऐसे विषय पर फिल्म को बनाया जाए जो समाज में कोई संदेश देती हो ना कि उन्हें भटकाती हो।
विकास कुमार बरवाल ने संपादन की अलग अलग विधाओं के बारे में बताया उन्होंने कहा कि कोई फिल्म कितनी अच्छी है यह उसकी कहानी पर निर्भर करता हैl इसीलिए फिल्म के कोई निश्चित पैमाने नहीं है l उन्होंने बताया कि आज के समय में स्मार्टफोन के कारण कोई भी बिना किसी अभाव के एक अच्छी फिल्म का निर्माण कर सकता हैl उन्होंने छात्रों को संपादन की विभिन्न विभिन्न तकनीकों के बारे में भी बताया।
अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सविता भगत ने अपने भाषण में कहा कि एक अच्छा लेख लिखने के लिए यह जरूरी है कि हम अपने आसपास की चीजों का निरीक्षण बारीकी से करे। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए यह जरूरी है कि हम लगातार कोशिश करें क्योंकि हार कभी होती ही नहीं है बस सीख होती हैl इसी के साथ अंत में मुख्य अतिथियों का सम्मान कर कार्यशाला का समापन किया गयाl इस पूरी कार्यशाला का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ रचना कसाना की अध्यक्षता में हुआl कार्यशाला की मेजबानी सेकंड ईयर की छात्रा भारती तथा प्राची द्वारा की गईlतकरीबन पचास स्टूडेंट्स ने इस कार्यशाला में उपस्तिथि दर्ज कराई।