Faridabad News, 24 Nov 2018 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए फरीदाबाद का चयन मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संस्थान नवाचार परिषद् (आईआईसी) के गठन के लिए किया गया है, जिसे मंत्रालय के नवाचार प्रकोष्ठ द्वारा विद्यार्थियों को उनके शुरूआती वर्षों में नये अनुसंधान के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित करने में सहयोग दिया जायेगा। मंत्रालय द्वारा विश्वविद्यालय की नवाचार परिषद् को मान्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया है, जिसे विश्वविद्यालय ने मंत्रालय द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुरूप गठित किया है।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा 21 नवम्बर को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के मुख्यालय में मंत्रालय के नवाचार प्रकोष्ठ (इनोवेशन सेल) के अंतर्गत संस्थान नवाचार परिषद् कार्यक्रम की शुरूआत की गई थी।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे विद्यार्थियों में नवाचार संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने विद्यार्थियों से अधिक से अधिक संख्या में इससे जुड़ने का आग्रह किया ताकि वे इसे करियर विकल्प के रूप में चुन सके।
डीन इंस्टीट्यूशन्स प्रो. संदीप ग्रोवर ने बताया कि विश्वविद्यालय ने एआईसीटीई के इनोवेशन सेल में आवेदन किया था, जिसके लिए देश के चुनिंदा संस्थानों का चयन किया गया है।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के इस प्रकोष्ठ का गठन ट्रेनिंग व प्लेसमेंट अधिकारी प्रो. लखविन्द्र सिंह के अंतर्गत किया गया है। इसमें अन्य संकाय सदस्यों में डॉ. सपना गंभीर एवं रश्मि चावला भी शामिल है। बीटेक अंतिम वर्ष के विद्यार्थी सौरभ ज्यानी को परिषद् में स्टूडेंट कोआर्डिनेटर बनाया गया है। इसके अलावा, इसमें मंत्रालय के नवाचार प्रकोष्ठ के मानदंडों के अनुरूप एलुमनाई, उद्योग, पेटेंट एजेंसी व बैंक निवेशकर्ता भी सदस्य के रूप में परिषद् का हिस्सा होंगे।