Faridabad/Surajkund News : फरीदाबाद के सूरजकुण्ड में चल रहे 32वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुण्ड षिल्प मेला में तीरंदाजी के दीवानों का शौक बखूबी पूरा हो रहा है और लोग विषेषकर युवाओं में इसके प्रति भारी क्रेज देखने को मिल रह है। लोग छोटे बडे तीर-कमानों के माध्यम से लक्ष्य पर निषाना साध रहे हैं। यहां पर तीरंदाजी के लिए युवाओं में भारी उत्साह देखने का मिल रहा है। युवा यहां पर तीरंदाजी करने के अलावा तीर-कमान की खरीददारी भी कर रहे हैं। यहां स्टाल लगाने वाले दुकानदार ने बताया कि धनुर्विद्या भारत की प्राचीन शस्त्र विद्या है। इसका गौरवशाली इतिहास रहा है। द्रोणाचार्य को धनुर्विद्या का सर्वश्रेष्ठ गुरु माना जाता था। उन्होंने कहा कि वे भी यहां लोगों को तीरंदाजी सीखा कर लोगों का मनोरंजन करने के अलावा उन्हें तीरंदाजी की कला में माहिर कर रहे हैं और अपने पूर्वजों की विरासत को आगे बढा रहे हैं। सूरजकुंड मेला में भ्रमण करने आए महेन्द्रगढ जिला के अदित्या अग्रवाल ने बताया कि उन्हें यहां आकर काफी अच्छा लगा और उन्होंने यहां अपने तीरंदाजी के शौक को पूरा किया। उन्होंने बताया कि उन्हें तीरंदाजी का बहुत शौक है।