Faridabad News, 04 Dec 2018 : दयालबाग स्थित सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल का 14 वां स्थापना दिवस पूर्ण हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया । सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल के मुख्य निदेशक व वरिष्ठ अधिवक्ता सत्येंद्र भड़ाना ने स्कूल परिसर विद्याथियों व शिक्षकों के साथ हवन किया। इसके उपरांत विद्यार्थियों ने विविध गतिविधियों का आयोजन किया तथा रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। इस मौके पर सत्येंद्र भड़ाना ने कहा कि यह स्कूल मुझे विद्यार्थियों के विकास हेतु सदैव प्रेरित करता हैं। उन्होंने सभी परिश्रमी शिक्षकों तथा स्कूल की प्रधानाचार्या का आभार व्यक्त करते हुए यह भी बताया, कि स्कूल की नींव शिक्षक और इमारत बच्चों से ही गठित होती हैं और वहीं इस शिक्षा के मंदिर का आधार होते हैं। इस स्कूल के बहुत से प्रतिभाशाली बच्चे आज कई प्रमुख क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं और मुझे यह जानकर गर्व महसूस होता है कि वे बच्चे इसी विद्यालय से शिक्षा ग्रहण करके गए हैं। उन्होंने कहा,आने वाले समय में इस स्कूल को और प्रसिद्धि प्राप्त हो तथा इसकी और शाखाएं भी खुलें। सतेन्द्र भड़ाना ने कहा कि सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल का उद्घाटन 2004 में हरियाणा सरकार के गवर्नर डॉ. ए.आर. किदवई के द्वारा किया गया। इस स्कूल ने 14 वर्षो में अपने आप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं तथा शिक्षा के क्षेत्र में इतने कम समय में अपना वर्चस्व स्थापित किया है। उन्होनें कहा कि 2017-18 में सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों में 10वीं कक्षा में उच्च स्थान प्राप्त करने वाली तनवी ने 99 प्रतिशत, अमीषा ने 98 प्रतिशत तथा अन्य विद्यार्थियों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करके सफलता प्राप्त की तथा 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों में यशिका बिधूड़ी ने 99 प्रतिशत अंको के साथ जीव विज्ञान विषय में स्टेट में टॉप किया तथा तृप्ति दास ने 98 प्रतिशत, तथा अन्य विद्यार्थियों ने 96 प्रतिशत से अधिक अंको के साथ सफलता अर्जित की। इस स्कूल ने सदैव 100 प्रतिशत रिजल्ट प्राप्त किया है। स्कूल ने गत वर्षो में शिक्षा के क्षेत्र में अपार सफलता प्राप्त करते हुए अन्य क्षेत्रों में भी अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल ने विज्ञान प्रदर्शनी में स्टेट में प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा स्पोर्ट्स में स्टेट लेवल पर विविध पुरस्कार जीतकर लाये इसके अलावा शिक्षा में नवीन तकनीकी को शामिल कर विद्यार्थियों के सार्वभौमिक विकास हेतु कार्य किए गए। विद्यार्थियों को नवीन शिक्षा से जोड़ते हुए उनमे नैतिक व भौतिक मूल्यों को विकसित करने हेतु कक्षा प्रस्तुति करण, विज्ञान प्रदर्शनी आदि सृजनात्मक कार्यो का आयोजन कराया गया।
सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन डी. पी. भड़ाना ने शिक्षा के इस मंदिर को सदैव सर्वप्रिय रखा हैं तथा इस शिक्षा रूपी पौधे को वे कार्यस्थली मान कर इसे और सफल व सुसंगठित बनाने का सार्थक प्रयास करते हैं।
कार्यक्रम के अंत में स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती मधु पांडेय ने सभी का शुभकामनाएं व धन्यवाद देते हुए कहा कि हमारे लिए यह बहुत गर्व की बात है कि हमने सफलता व उन्नति से साथ 14 साल पूरे किए है। आने वाले समय में सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल सूर्य की भाँति अपनी शिक्षा की किरणों से अज्ञान का अंधकार दूर करता रहेगा व दिन-प्रतिदिन इसकी गरिमा बढ़े्रेगी।