फरीदाबाद, 09 सितंबर। शिक्षक द्वारा विद्यार्थी को शिक्षित करना उसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से पूर्ण करने मे नई शिक्षा तकनीकों को शामिल करना इस कार्य को और भी बेहतर व प्रभावी बनाता है। यह विचार उपायुक्त जितेंद्र यादव ने आज मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी (सीएमजीजीए) के अंतर्गत सक्षम हरियाणा के सम्बंध में आयोजित बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि आज तकनीकी का युग है और इस दौर में शिक्षा के क्षेत्र में जिन तकनीकों को प्रयोग में लाया जा रहा है। उनको प्रभावी रूप से लागू करना संबंधित विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी है। उन्हें सरकार की हिदायतो अनुसार योजनाओं को बेहतर बनाने और सुचारू रूप से जिले में लागू करने के लिए संबंधित ज्ञान व अनुभव को हासिल करके समुचित रूप इसे लागू करने में अपना भरपूर योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की अनेकों शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी योजनाएं शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के उज्जवल भविष्य हेतु संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं में ई-विद्यालय , पीटीएम , निष्ठा 3.0 जैसी परियोजनाओं को सम्बंधित व्यक्ति को अर्जित किए तकनीकी ज्ञान व समझ के साथ विस्तार देना चाहिए । उन्होंने कहा कि स्कूलों में अध्यापकों की हाजिरी व बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन या ऑफलाइन जैसे भी सरकार की हिदायते हो उसके अनुसार कराना शिक्षक सुनिश्चित करे। स्कूलों में टीम बनाकर अपने दायित्वो के अनुसार कार्य करें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि सरकार की हिदायतो को सही मायने में सुचारू रूप से स्कूलों में संचालित किया जा रहा है।
उन्होंने जानबूझकर इन परिणामों और कार्यों में बाधा उत्पन्न करने वालो के खिलाफ सख्ती से पेश आने के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित करते रहने को कहा ताकि जानबूझकर गलती, काम न करने व दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा सके। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अच्छा कार्य करे उन्हें प्रोत्साहित भी किया जाए। इस दौरान शिक्षा विभाग के उपस्थित अधिकारियों ने उपायुक्त को आश्वस्त किया कि जिले में सभी स्कूलों में सरकार की हिदायतो अनुसार सभी शिक्षा परियोजनाओं को समय रहते अंतिम रूप दिये जाने में कोई कमी नही रहने दी जायेगी।