News Studio 18/ Faridabad : फरीदाबाद के आईएमटी क्षेत्र में अवैध रूप से बोरवेल करने का सिलसिला चल रहा है लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक आईएमटी क्षेत्र के प्लॉट नंबर-50 में अवैध बोरवेल किया जा रहा है। ग्रामीणों की शिकायत करने के बाद भी प्रशासन की ओर से रोक लगाने की कार्रवाई नहीं की जा रही है।
मामले की संज्ञान लेने के लिए स्थानीय लोगों ने फ्यूचर केयर ऑफ इंडिया नामक एनजीओ का सहारा लिया, जिसने इस बाबत शिकायत सीएम विंडो पर दी थी, जोकि अभी भी अधिकारी सरस्वती, डीसी ऑफिस के पास पेंडिंग है। 3 महीने से शिकायत की हुई है परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
फ्यूचर केयर ऑफ इंडिया एनजीओ के लीगल एडवाइजर, एडवोकेट राकेश शर्मा ने दी जानकारी में बताया कि जिला फरीदाबाद में गिरते भूजल को देखते हुए प्रशासन के बिना अनुमति के यहां किसी भी रूप में नए ट्यूबवेल की खुदाई पर पाबंदी है लेकिन ग्रामीण इलाकों में धड़ल्ले से ट्यूबवेल खुदाई की जा रही है, जो प्रशासन की मिलीभगत को दर्शाता है।
राकेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने जेई हरकिशन शर्मा और एसडीओ पुरुषोत्तम को कॉल कर अवैध बोरवेल के बारे में ना सिर्फ बताया, बल्कि अवैध बोरवेल की कुछ तस्वीरें भी साझा की जिसपर उक्त अधिकारियों ने सिर्फ कार्यवाही करने का आश्वासन दे दीया।
एडवोकेट शर्मा ने एनजीटी का हवाला देते हुए बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) अध्यक्ष न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि ट्यूबवेल की अवैध स्थापना पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के तहत एक अपराध है और अधिकारियों को मुआवजा वसूलने के अलावा अभियोजन शुरू करना चाहिए।
वहीं जब इस विषय में महिला एवं बाल विकास परिषद के चेयरमैन, अधिवक्ता तरुण अरोड़ा ने जेई हरकिशन को फोन किया तो हरकिशन शर्मा ने उनसे कहा कि राकेश शर्मा को इस अवैध पानी के बोरवेल से क्या परेशानी है? इसपर तरुण अरोड़ा ने कहा कि वह समाजसेवी हैं और समाज हित के कार्य करते हैं, तो जेई हरकिशन ने उक्त बोरवेल पर कार्यवाही करने की बात पर आनाकानी करते नजर आए।