Faridabad News, 26 April 2022 : आज हरियाणा कर्मचारी महासंघ की राज्य कमेटी के आव्हान पर लामबन्द होकर बिजली निगम की सबडिवीजनों पर हरियाणा कर्मचारी महासंघ के बैनरतले बिजली कर्मचारियों ने जन स्वास्थ्य (पब्लिक हेल्थ) विभाग के चीफ इंजीनियर असीम खन्ना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर आक्रोश भरते हुए दो घंटे जमकर नारेबाजी की । जबरदस्त विरोध के इस अवसर पर बिजली निगम हेड कार्यालय के सेक्टर-23 के प्राँगण में बिजली कर्मचारियों ने सर्कल सचिव सन्तराम लाम्बा की तत्वाधान में हल्ला बोलते हुए अपना विरोध जताया । एनआईटी के प्रधान विनोद शर्मा सहित हरियाणा कर्मचारी महासंघ के मीडिया प्रभारी लेखराज चौधरी ने पब्लिक हेल्थ के चीफ इंजीनियर पर आरोप लगाते हुए बताया कि हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट वर्कर यूनियन के राज्य प्रधान विश्वनाथ शर्मा व राज्य महासचिव नरेंद्र धीमान के साथ साथ अन्य कर्मचारी नेताओं को जब 13 अप्रेल 2022 को विभागीय कर्मचारियों से जुड़ी समस्याओं के मुद्दे पर चीफ इंजीनियर असीम खन्ना ने कार्यालय से मीटिंग हेतु यूनियन के प्रतिनिधि मंडल को बुलावा भेजा और जब यूनियन का उच्च शीर्ष मंडल कर्मचारियों से संबंधित समस्याओं के निदान हेतु मिलने गया तो उनसे बिना मुलाकात करे व उन्हें बिना किसी पत्रचार के आगामी समय यूनियन को दिया गया जिस पर शीर्ष नेतृत्व ने खफा होकर पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट के खिलाफ माँगे ना मानी जाने का आरोप लगाते हुए संगठन की मर्यादानुसार अग्रिम कार्यवाही करते हुए नारेबाजी की और आगामी 18 मई 2022 को अपने संगठन की ओर से चीफ इंजीनियर को नोटिस थमा दिया । इस मध्यस्त विरोध के चलते चीफ इंजीनियर ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शीर्ष नेतृत्व को निलंबित करने का जो तुगलकी फरमान आनन फानन में जारी किया है । यह घोर निन्दनीय है । उससे ऐसा प्रतीत होता है । कर्मचारियों की जायज माँगों को पूरा करने की बजाय चीफ इंजीनियर कर्मचारी यूनियन को प्रदेश की सरकार और यूनियन के बीच टकराव की ऐसी परिस्तिथियों को जानबूझ कर पैदा कर आग में घी डालने का काम जोरों से कर रहे हैं । इस पूरे मामले से आक्रोशित हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महासचिव सुनील खटाना के द्वारा दिए गये निर्देशानुसार हरियाणा कर्मचारी महासंघ से जुड़े सभी विभागों के कर्मचारियों ने अपने अपने कार्यालयों पर दो घंटेकाम बंद कर इसकी खिलाफत में पब्लिक हेल्थ के अड़ियल कर्मचारी विरोधी चीफ इंजीनयर के खिलाफ़ जमकर बवाल काटा और मुर्दाबाद के गगनभेदी जोरदार नारे लगाए । कर्मचारी नेताओं में सचिव बृजपाल का आरोप है । कि ऐसे अधिकारियों को तो तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर घर भेज देना चाहिये जो बेवजह प्रदेश की सरकार के साथ कर्मचारियों का टकराव जानबूझ कर पैदा करते हैं । और सरकार को बदनाम कर जन सरोकार से जुड़े विभाग को पलीता लगाने में कोई कोर कसर नही छोड़ते । महासंघ के नेताओं ने दो टूक शब्दों में कह दिया है। कि यदि पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के चीफ इंजीनियर असीम खन्ना समय रहते यूनियन से अपने इस तरह के गलत बर्ताव और दमनात्मक रविये के लिये कर्मचारी संगठन से माफी मांगे और यूनियन के प्रतिनिधि मंडल को बुलाकर कर्मचारियों से जुड़े कामों के बारे में बात कर उन्हें हल करें अन्यथा 42 डिग्री के इस आग उगलते गर्मी भरे थपेड़ों के तापमान में कर्मचारी अपनी अग्रिम रणनीति बनाते हुए सड़कों पर उतरने को मजबुरन विवश होगा । इस प्रकार के उत्तेजित आंदोलन से यदि प्रदेश में किसी प्रकार कोई शांत व्यवस्था बाधित होती है तो इसकी सम्पूर्ण नैतिक जिम्मेदारी पब्लिक हेल्थ विभाग के साथ साथ चीफ इंजीनियर की स्वयं की होगी ।