Faridabad News, 01 Oct 2019 : गुरु नानकदेव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर पाकिस्तान के ननकाना साहिब से आए नगर कीर्तन का आज यहां गुरुद्वारा श्री सिंह सभा सेक्टर 16, सुखमनी भवन पर जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर नगर कीर्तन व शबद का गायन किया गया।
गुरु सेवक संघ के सेवादार सरदार जोध सिंह वालिया, विष्णु सूद, चुन्नीलाल चोपड़ा, दिनेश छाबड़ा, कुलदीप सिंह साहनी व टेकचंद उर्फ टोनी पहलवान ने नगर कीर्तन का स्वागत करते हुए कहा कि गुरुनानक देव जी महाराज के संदेशों को आत्मसात करके ही हम प्रगति कर सकते हैं। उन्होंने हमेशा गरीबों, वंचितों, पिछड़ों की सेवा को सबसे अधिक महत्व दिया। गरीबों के प्रति कर्त्तव्यभाव को गुरुनानक देवजी ने जीवन में जरूरी बताया. उनके वचन सामाजिक समरसता के प्रति हम सभी को प्रतिबद्ध करते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत सदैव आध्यात्मिक रहा है। अध्यात्म भारत की अद्वितीय विरासत है. हम सभी को अपना मानते हैं। वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ हम जीते हैं। भारत में हजारों वर्षों का इतिहास, संस्कृति और सम्यता की विरासत है। इस विरासत को हमें बचाये रखना है। यही हमारा मूल आधार है। गुरुनानक देव जी जैसे महामानव, समाज सुधारक, संवेदनशील व्यक्तित्व से काफी कुछ सीखने को मिलता है।
नगर कीर्तन का स्वगात करने वालों में मुख्य रूप से रश्मि चड्ढा, रविंदर सिंह राणा, पार्षद सुभाष आहूजा, सरदार प्रितपाल सिंह चौहान, सरबजीत सिंह चौहान, गुरुद्वारा के प्रधान चरणजीत सिंह जोहर, महासचिव अवतार सिंह पसरिचा, लखन सिंगला, जेपी सिंह, अनिल अरोड़ा, सुरेंद्र सिंह सांगा, सुशील भयाना, गुरचरण सिंह, तेजिंदर सिंह चड्डा, पीएस पावा, सतवंत सिंह मक्कड़, हरदयाल सिंह, सतनाम सिंह, शरणजीत सिंह, मनजीत सिंह तथा नीरू अरोड़ा व अन्य सैकड़ों संगत भी शामिल रही।