Faridabad News, 07 May 2021 : फरीदाबाद वासियों को मिली राहत, मरीजों को घर से हॉस्पिटल/ हॉस्पिटल से घर निशुल्क लाने ले जाने की मिलेगी सुविधा| उपरोक्त COV-HOTS गाड़ियों में 20 पुलिसकर्मी बतौर ड्राईवर नियुक्त किये गए हैं|
उपरोक्त गाड़ियाँ CMO BK हॉस्पिटल की सुपरविज़न में कोरोना काल के दौरान ऐसे मरीजों को हॉस्पिटल लाने या हॉस्पिटल से घर ले जाने के लिए उपयोग में लाई जाएगी। CMO BK मरीज की जरूरत के मुताबिक गाड़ियों में ऑक्सीजन की सुविधा मुहैया कराएंगे। यह सभी गाड़ियां उन मरीजों के लिए उपयोगी साबित होगी जिन्हें वेंटीलेटर या स्ट्रेचर की जरुरत नहीं है| इस सेवा का ट्रांसपोर्टेशन सर्विस COV-HOTS नाम दिया गया है जो एम्बुलेंस की कमी को देखते हुए इस सेवा को शुरू किया गया है जिससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी|
पुलिस आयुक्त ओपी सिंह की मांग पर पुलिस महानिदेशक हरियाणा मनोज यादव ने फरीदाबाद पुलिस को कोरोना काल में एम्बुलेंस की कमी को पूरा करने के लिए 10 इनोवा गाड़ी एम्बुलेंस के तौर पर उपलब्ध करवाई
कोरोना काल में एंबुलेंस की कमी को देखते हुए पुलिस मुख्यालय पंचकूला की तरफ पुलिस आयुक्त श्री ओ पी सिंह की मांग पर फरीदाबाद को मिली 10 इनोवा गाड़ियों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उपयोग में लिया जाएगा।
फरीदाबाद: कोरोना काल में लगातार बढ़ रहे मरीजों की संख्या के कारण एंबुलेंस की कमी पड़ रही थी जिसे देखते हुए पुलिस महानिदेशक श्री मनोज यादव ने इन गाड़ियों को स्वास्थ्य विभाग के कार्यों में उपयोग करने के आदेश दिए थे।
पुलिस आयुक्त श्री ओपी सिंह के द्वारा पुलिस हेडक्वार्टर से 10 गाड़ियाँ मांगी गई थी जिनको फरीदाबाद पहुँचने पर पुलिस आयुक्त के निर्देशानुसार सेक्टर 12 स्थित डीसी ऑफिस में पुलिस उपायुक्त श्रीमती अंशु सिंगला द्वारा गाड़ियों में 20 ड्राईवर नियुक्त करके उन्हें डीसी फरीदाबाद को भेंट किया गया|
इस विकट समय में एक तरफ जहां आमजन अपनी जान बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं वहीं कुछ मौकापरस्त लोग मरीजों को घर से अस्पताल या अस्पताल से घर तक ले जाने के लिए मनचाहे दाम वसूल रहे हैं।
इसी को देखते हुए पुलिस विभाग द्वारा इन गाड़ियों को मरीजों के आवागमन के लिए निशुल्क उपलब्ध करवाया जा रहा है।
इन गाड़ियों में एंबुलेंस की तरह ऑक्सीजन और वेंटीलेशन की सुविधा नहीं है इसलिए इसमें गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को लेकर नहीं जाया जाएगा परंतु जो व्यक्ति गंभीर बीमारी से पीड़ित नहीं है और जिन्हें हॉस्पिटल में बेड अलोट हो चूका है या जिन्हें हॉस्पिटल से छुटी मिल चुकी हो उनके लिए यह गाड़ियां किसी वरदान से कम नहीं है क्योंकि इसमें उन्हें निशुल्क अस्पताल या घर ले जाया जा सकेगा।
इन गाड़ियों में कोरोना संबंधित सभी सावधानियों का ध्यान रखा जाएगा। इसमें ड्राइवर के साथ-साथ मरीजों को भी उचित दूरी बनाए रखना, फेस मास्क पहनना और सैनिटाइजर का उपयोग करना अनिवार्य होगा।
पुलिस कर्मचारियों को ट्रांसपोर्टेशन के दौरान महामारी से बचाया जा सके इसलिए ड्राइवर और पीछे वाली सीट के बीच में शीशा भी लगवाया गया है जिससे संक्रमण न फैल सके।
इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए नागरिक एंबुलेंस हेल्पलाइन नंबर 108 पर फोन कर सकते हैं और CMO के निर्देशानुसार नागरिक इन गाड़ियों का प्रयोग कर सकते हैं।