Faridabad News : विश्व डॉक्टर्स डे पर सेक्टर 16ए मेट्रो अस्पताल में कार्यक्रम आयाेजन किया गया। यहां विश्व डॉक्टर डे अनाैखे अंदाज में मनाया गया। अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ रोहित गुप्ता और अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डाॅ बीडी पाठक ने मरीजों को गुलाब का फूल देकर टूटते हुए रिश्तों को मजबूती देने का प्रयास किया। वहीं मरीजों ने डॉक्टरों के इस कार्य की सराहना की। इस दौरान डॉक्टरों ने अपने अन्य साथियों को भी गुलाब देकर डॉक्टर्स डे की शुभकामनाएं दी। मरीजों का कहना है पहली बार ऐसा देखने को मिला कि कोई डॉक्टर अपने मरीजों को गुलाब देकर उन्हें बिदांस जीने की सलाह दे रहे है। इस तरह मरीज की आधी तकलीफ तो वैसी ही दूर हो जाती है।
विश्व डॉक्टर डे मेट्रो अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डाॅ रोहित गुप्ता और अस्पताल सर्जन डॉ बीडी पाठक ने एक नई पहल की है। उन्हाेंने ओपीडी में जांच के लिए आने मरीजों को गुलाब का फूल भेंट किया आैर उन्हें खुश रहकर जीने का सलाह दी। डॉ राेहित ने कहा कि भागदौड़भरी जिंदगी में लोगों के पास खुद के लिए समय नहीं है। इसके चलते वह तनाव में रहते है। तनाव से बचने के लिए वह शराब आदि का सेवन करते है जो ठीक नहीं है। बीमारी बढ़ने पर उन्हें डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। डॉक्टरों को चाहिए कि उनके पास आने वाले सभी मरीजों की तकलीफ को पहले आराम से समझें। उनसे प्यास से बात करें। उनके तनाव को कम करने का प्रयास करें। ऐसा करने से मरीज और डॉक्टर के बीच मधुर संबंध बनेगे। मरीज उनके पास दोबारा इलाज के लिए आए न आए लेकिन मरीज ठीक होकर डॉक्टर का आभाव प्रकट करेंगे। इस मौके पर डॉक्टर रोहित गुप्ता ने मेट्रो अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉ बीडी पाठक को गुलाब देकर उन्हें डॉक्टर्स डे की बधाई दी। डॉ बीडी पाठक ने कहा कि मरीज और मरीज के परिजनों के बीच डॉक्टर एक अहम कड़ी होता है। इस कड़ी को मधुर संबंधों के साथ मजबूत बनाना है। मरीजों का विश्वास जीतना ही उनका प्रथम कर्तव्य है। जिससे मरीज खुश होकर अस्पताल से ठीक होकर घर वापिस लौटे और डॉक्टर को भी दुआ दें। आज सभी डॉक्टर्स को मरीजों के प्रति नजरिये को बदलने की आवश्यकता है।