Faridabad News, 23 Sep 2018 : शहर में पिछले 11 दिनों से विराजित गणपति भगवान को शहरवासियों ने ‘गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आ’ की कामना से भावभीनी विदाई दी। बाजारों में भक्तों ने ढोल की थाप पर नाचते-गाते हुए जुलूस निकाला। श्रद्धालुओं ने शोभायात्राओं में जमकर गुलाल खेला। प्रदेश भर में हर जगह गणपति उत्सव की धूम मची रही वही गणपति जी के विसर्जन के दिन भक्तो के चेहरों पर ख़ुशी और उदासी दोनों रहती है।
क्यों किया जाता है विसर्जन:
धार्मिक ग्रन्थों कि माने तो श्री वेद व्यास ने गणेश चतुर्थी से महाभारत कथा श्री गणेश को लगातार 10 दिन तक सुनाई थी । 10 दिन बाद जब वेद व्यास जी ने आंखें खोली तो देखा कि भगवान् गणेशा का तापमान बहुत अधिक हो गया था। इसी के चलते वेद जी ने गणेश भगवान को ठंडा करने के लिए करीब के कुंड में ले गए। इसलिए गणेश स्थापना कर चतुर्दशी को उनको शीतल किया जाता है।
एन आई टी पांच से भी गणेश जी की प्रतिमा को बड़ी धूम धाम से नाचे गाते विसर्जन के लिए ले जाया गया। इस अवसर पर रामानंद गराग, बृजमोहन भाटिया, कुलदीप अरोड़ा, भानुदास बत्रा, मनीष अरोड़ा, किशन लाल हीरा, अरोड़ा मयंक पॉल, कमलेश अरोड़ा, कंचान कपील, सरला अरोड़ा, कोमल अरोड़ा, सपन खेड़ा, अंबिका खेड़ा, राजकुमारी पॉल, पूनम अरोड़ा, सोनिया अरोड़ा, कामेश भाटिया, वंशिका खेड़ा, म्यार अरोड़ा, चोटी काजाक आदि उपस्तिथ थे।