Faridabad News, 07 Feb 2020 : मेदनापुर पश्चिम बंगाल से आया औनिंदय मोतियों से बने हार और सीप की हैंडवाश बोतल, गिलास आदि की स्टाल लगाकर अपने राज्य के कारीगरों का हुनर पर्यटकों के सामने रख रहा है।
आठवीं कक्षा तक शिक्षित औनिंदय मेदनापुर जिला के दीघा गांव बाशिंदा है और अब दिल्ली आने के बाद यहीं का होकर रह गया है। औनिंदय ने बताया उनका परिवार हैदराबाद से मोतियों की खरीद करता हे। उसके बाद उसके गहने व अन्य साज-सज्जा का घरेलू सामान बनाया जाता है। इसमें मोतियों के अलावा सीशैल से साबुनदानी, ट्रे, बोतल, गिलास, कप आदि को संवारा जाता है। औनिंदय ने बताया कि उनका ज्वैलरी का काम अधिक है। सीप व मोती से चूडिय़ां, कड़े, हार, माला, कानों केे झुमके बनाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं में मोतियों के गहने, अंगूठी आदि पहनने का विशेष चाव होता है। उसकी स्टाल पर महिलाओं और लड़कियों का हुजूम देखा जा सकता है।