Faridabad News, 16 March 2019 : शहर में न को प्रशासन नाम की चीज है और न ही विपक्ष जिस कारण शहर पर कई तरह के माफिया राज कर रहे हैं और फरीदाबाद में हर तरह का गलत काम जारी है। कहीं हूडा के अधिकारी बड़ा गड़बड़झाला कर रहे हैं तो कहीं नगर निगम के, कहीं वन विभाग के अधिकारी तो कहीं खनन विभाग के अधिकारी अपना उल्लू सीधा करने में जुटे हैं। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पराशर का जिन्होंने दावा किया है कि फरीदाबाद को सत्ताधारी नेता, विपक्षी नेता, कई विभागों के अधिकारी और माफिया मिलकर लूट रहे हैं।
पाराशर ने कहा कि शहर में कई पार्टियों के नेता हैं, अरावली दो दशकों से अब तक लुट रही है किसी पार्टी के नेता ने आवाज नहीं उठाई जिससे लगता है कि ये सब माफियाओं से मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे लगभग एक साल से अरावली के माफियाओं के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, कई तरह के सबूत दिखा रहे हैं। कई माफियाओं पर एफआईआर तक दर्ज हो चुकी है लेकिन फरीदाबाद के विपक्ष ने कभी किसी गलत काम के खिलाफ आवाज नहीं उठाई जिसका खामियाजा फरीदाबाद के लगभग 25 लाख लोग झेल रहे है। शहर को सबसे प्रदूषित शहर का ख़िताब कई बार मिल चुका है और इस प्रदूषण के जिम्मेदार सत्ता और विपक्ष के नेता हैं।
पराशर ने कहा कि विपक्ष का काम होता है कि सत्तापक्ष के हर उस गलत काम के खिलाफ आवाज उठाना जिससे जनता को किसी तरह की समस्या आती हो लेकिन फरीदाबाद का विपक्ष अपनी राह से भटक गया है। उन्होंने कहा अगर विपक्ष अपना काम ईमानदारी से करता तो सत्तापक्ष के लोग शहर में कोई गलत काम न करवा पाते। उन्होंने कहा कि शहर की कुछ समाजसेवी संस्थाएं समय-समय पर आवाज उठाती रहती हैं लेकिन उन्हें जनता का साथ बहुत कम मिल पाता है और उनकी आवाज दब जाती है। पाराशर ने कहा कि शहर के माफियाओं के खिलाफ मेरी जंग जारी रहेगी।