Faridabad News : आईएमएसएमई आफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने कहा है कि एमएसएमई सैक्टर को वर्तमान परिवेश के अनुरूप अपनी तकनीक संबंधी क्षमता को बढ़ाना होगा और ऐसा कर ही एमएसएमई सैक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था में अपनी महत्ता को और बढ़ा सकता है। श्री चावला ने कहा कि हमें अपनी तकनीक में निरंतर सुधार व अपग्रेडेशन पर फोकस केंद्रित करना चाहिए और उन मानकों को अपनाना चाहिए जो हमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में आगे बढऩे में सहायक हैं। यहां आईएमएसएमई आफ इंडिया द्वारा आयोजित आंत्रेप्यूनर्स ईवनिंग में उपस्थित उद्योग प्रबंधकों को संबोधित करते हुए श्री चावला ने कहा कि तकनीकी जानकारी के साथ-साथ एमएसएमई उद्योग प्रबंधकों को तकनीक का समावेश अपनी कार्यप्रणाली में लाना होगा।
आपने कहा कि यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आने वाले समय में वही उद्योग प्रगति कर सकते हैं जो नई तकनीक के अनुरूप कार्य करेंगे। आईएमएसएमई आफ इंडिया द्वारा इस संबंध में जारी विभिन्न प्रोजैक्टों की जानकारी देते हुए श्री चावला ने कहा कि मिशन फाईव एस, मिशन 100, गैप्स इत्यादि ऐसे प्रोजैक्ट हैं जो एमएसएमई सैक्टर्स के लिये आरंभ किये गये हैं और इनके प्रति आंत्रेप्यूनर्स का रूझान स्पष्ट करता है कि तकनीकी जानकारी के लिये उद्यमी भी उत्सुक हैं। कार्यक्रम में जीएसटी पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम व्हाट्स नैक्स्ट का आयोजन भी किया गया जिसमें जीएसटी से संबंधित कई तथ्यों की जानकारी दी गई। टैक्नोलॉजी सैशन में उद्योग प्रबंधकों को बताया गया कि किस प्रकार तकनीक व उत्पादकता में परस्पर सामंजस्य है। उत्पादकता में होने वाली क्षति को तकनीक से कैसा रोका जा सकता है इस सैशन में जानकारी दी गई। क्लोजिंग सैरॉमनी में वेयरटैक्स एलोय के श्री आशीष कालरा को सर्वाधिक सदस्यता, वमानी ओवरसीज प्रा0 लि0 को मई 2008 में डीजल सर्विस द्वारा हाईएस्ट सेविंग के लिये सम्मानित किया गया।
श्री चावला ने बताया कि 17 जून को आस्ट्रोलॉजी पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जबकि 18 जून को एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार का प्रतिनिधिमंडल आईएमएसएमई आफ इंडिया हैबिटेट सैंटर और उद्योगों में विजिट करेगा। आयोजन में 200 से अधिक एमएसएमई ईकाईयों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।