फरीदाबाद,14 अगस्त। हरियाणा महिला आयोग की चेयर पर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि हरियाणा महिला आयोग का काम घरेलू हिंसा से ग्रस्त परिवारों को बसाना हैं। रेनू भाटिया ने कहा कि महिलाओं से सम्बंधित मामलों में पुलिस अधिकारी तुरंत कार्यवाही गंभीरता से करें।
महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने महिला घरेलू हिंसा से संबंधित केस की जनसुनवाई करते हुए निर्देश दिए हैं कि बेटा हर शुक्रवार को दोपहर छुट्टी के बाद डिनर तक मम्मी के साथ रहेगा।
हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया आज एनआईटी-5 में स्तिथ में दास ग्रुप के कार्यालय में महिला हिंसा से सम्बंधित केसों की सुनवाई कर रही थी।
बता दें कि महिला आयोग की चैरपर्सन रेनू भाटिया ने बताया कि आज पुलिस विभाग में विचाराधीन महिलाओं से संबंधित केसो को रजिस्टर्ड करके लाये थे। जिनमें एक मामला कोर्ट में पहले ही ख़ारिज हो गया है और आज आए 3 केसों में जिसमे केसों को सुनकर और उनको आगे का समय दिया है। वहीं मामलों को पुलिस द्वारा री इन्क्वारी के लिए भेजा है। उन्होंने नए मामले लिखित में एप्लीकेशन के द्वारा आये है जिसके लिए प्रार्थियों को आगे की तारीख दे दी गयी है। वहीं एक मामले की सुनवाई में जब महिला ने बताया कि पिछले सात महीनों से उसने अपने बच्चों से बात नहीं की तो महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने तुरंत हर शुक्रवार को दोपहर स्कूल की छुट्टी के बाद डिनर तक मम्मी के साथ रहने के निर्देश पुलिस अधिकारियों और लङके के मम्मी व पापा को दिए।
हरियाणा महिला आयोग की चेयर पर्सन रेनू भाटिया ने बताया कि हम पहले केस को खुद स्टडी करते है फिर केस से सम्बंधित थानों के अधिकारियों से बात करते है। उसके बाद हम प्रार्थी को बुलाते है। अलग-अलग तरह के केसों से संबंधित अधिकारियों से राय लेकर ही मामलों का निपटारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2014-15 में प्रदेश में महिला थाने खुलवाए ताकि महिलाएं अपनी बात को खुलकर कह सके।
रेनू भाटिया ने कहा कि महिला आयोग का उद्देश्य है की महिलाओ से सम्बंधित केसों का निपटारा शांतिपूर्ण तरीके से किया जा सके। उन्होंने कहा कि हम समय-समय पर हर ज़िला में जाकर केसों के निपटारे का कार्यक्रम रखते है। इनमें जितने भी केस उस जगह के चौकी, थाने, महिला थाने में महिलाओं से सम्बंधित दर्ज होते हैं, उनमें मामलो के लिए सम्बन्धित मिया, बीबी और अन्य नियर डियर लोगो को बुलवाते है। उन्होंने कहा कि हम दोनों पार्टियों को समन करते है और थानों के अधिकारियों को बुलाते है। दोनों पार्टियों को आमने सामने बैठाकर दोनों पक्षों की बातों को सुनकर केस का निपटारा कराते है। यदि कोई एक पार्टी बुलाने के बाद भी नहीं आती तो दूसरी बार हम उनके खिलाफ कार्यवाही के आदेश दे देते है। उन्होंने कहा कि आयोग का पहला उद्देश्य यही है की दो पार्टियों को आमने सामने बैठाकर उनकी सुलह कराई जाये। चाहे वो पति पत्नी का मामला, जमीन का मामला चाहे किसी भी तरीके का मामला हो और इसके अलावा अपहरण या रेप के मामले में हम बिलकुल भी कोताही नहीं बरतते।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगर उनके पास महिला से सम्बंधित कोई कंप्लेंट आती है तो उसपर तुरंत कार्यवाही की जाए और कोई अधिकारी लापरवाही बर्बरता है तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी।
हरियाणा महिला आयोग की चेयर पर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश है कि कही भी लापरवाही नहीं बरती नहीं जाएगी।