Faridabad News, 09 dec 2019 : 25 मई 2019 के दिन पीयूष मोंगा नाम के एक 22 साल के युवा ने “यूथ अगेंस्ट रेप” नामक एक मुहिम की शुरुआत की। इस मुहिम का मुख्य लक्ष्य देश के युवा पीड़ी को एकजुट कर समाज से बलात्कार जैसी बीमारी को समाप्त करना है। इसके लिए इंस्टाग्राम, ट्विटर और टेलीग्राम के माध्यम से देश की युवा पीड़ी को एकजुट कर विभिन्न राज्यो में अलग अलग टीमें बनाई गई। इस मुहिम में पीयूष का साथ 15 से 25 साल के युवा दे रहे है, जो अपने देश को बलात्कार और बलात्कार के झूठे आरोप लगाकर मासूमों को फसाने वालो से आज़ाद करना चाहते है।
इस टीम की खासियत यह है कि ये लोग अपनी पढ़ाई और नोकरी छोड़ कर, खाने और रहने की व्यवस्था के बारे में सोचे बिना देश सेवा करने निकले है। इस पूरी यात्रा में यह टीम 30,000 किमी से अधिक का सफर तय कर, 2 वर्ष तक रास्ते में पोधरोपन व जागरूकता अभियान चलाकर (भारत के इतिहास में पहली बार) 3 विश्व रिकॉर्ड अपने नाम करेगी।
इसी मुद्दे को लेकर 8 दिसंबर को “यूथ अगेंस्ट रेप” के हरियाणा टीम अध्यक्ष साक्षी के साथ मोनिका, वैशाली, प्रज्ञा, स्पर्श, अंकित, भावुक और अन्य सदस्यों ने एक साइलेंट प्रोटेस्ट का आयोजन किया जिसमें उन्होंने मुंह पर कपड़ा बांध कर पोस्टर लेकर जनता को रोज़ होने वाले रेप और झूठे रेप के इल्जामों के बारे में जगुरक किया। उन्होंने प्रधान मंत्री ऑफिस को भारी मात्रा में पत्र भी लिखें जिसमें “यूथ अगेंस्ट रेप” की तरफ से 8 मांगे हैं।
1.रेप के दोषियों को फांसी की सज़ा दी जाए।
2.झूठे रेप के आरोप लगाने वालों को कम से कम 14 वर्ष की सज़ा दी जानी चाहिए।
3. स्कूलों में एक्सपर्ट्स द्वारा सेक्स एजुकेशन।
4.रेप के केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलना चाहिए।
5.रेप पीड़ितों और गवाहों को सुरक्षा दी जाने चाहिए।
6.हर शहर में “फोरेंसिक लैब” होने चाहिए।
7.रेप के अपराधियों के लिए राष्ट्रपति दया शासन नहीं होना चाहिए।
8.रेप अपराधियों के सभी तक बचे हुए सभी 64 फांसी की साझा का क्रियान्वयन होना चाहिए।