Faridabad News, 27 March 2020 : मानव रचना के छात्रों द्वारा एक ऐसा वेब-ऐप डिजाइन किया गया, जिसके जरिए कोई भी व्यक्ति घर बैठे जान सकता है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं। दरअसल सरकार की ओर से ‘COVID-19 सोल्यूशन चैलेंज’ की शुरुआत की गई है जिसके अंतर्गत मानव रचना के छात्रों ने यह वेब-ऐप डिजाइन किया है। इस वेब एप में होम-केयर ट्रेनिंग, लॉक डाउन सपोर्ट और क्लस्टर्स के बारे में आसानी से जानकारी ली जा सकती है। यह ऐप हर डिवाइस को सपोर्ट करता है। कोई भी व्यक्ति https://covid19.synsalus.com/ इस लिंक पर जाकर अपनी पूरी जानकारी दे सकता है।
कैसे काम करता है वेब-ऐप?
वेब ऐप में जाकर एक फॉर्म भरना होगा, जिसमें COVID-19 से जुड़े कुछ सवाल शामिल हैं। वेब ऐप सरकार के लिए बेहद किफायती माध्यम है, जिसके जरिए सरकार को क्लस्टर्स के बारे में जानकारी आसानी से मिल जाएगी। इसमें एंटर किया गया सारा डाटा सरकार को भेजा जाएगा।
2.जिन नागरिकों में COVID 19 के हल्के लक्ष्ण देखने को मिलेंगे उन्हें टेलीफोन के जरिए डॉक्टर्स के साथ जोड़ा जाएगा और उन्हें प्रभावी स्व-प्रशिक्षण मॉड्यूल प्रदान किया जाएगा। घर पर हल्के मामलों का इलाज करना स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों पर न्यूनतम दबाव सुनिश्चित करेगा। 3.COVID 19 के अलावा अन्य चिकित्सकीय आवश्यकताओं वाले नागरिकों का मार्गदर्शन दिया जाएगा।
सिनसैलस टेक्नोमेड एलएलपी स्टार्ट-अप मानव रचना डेंटल कॉलेज के छात्र सुनांश मलिक, इंजीनियरिंग के छात्र वैभव डागर और यश कौशिक का है। तीनों छात्रों ने अपने मेंटर और प्रोफेसर डॉ. अंकुर शर्मा के मार्गदर्शन में यह वेब एप तैयार किया है। डॉ. अंकुर शर्मा ने कहा इसका उद्देश्य सामुदायिक की देखभाल और आत्म-देखभाल के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा पर तनाव को कम करना है। यह टेली-कंसल्टेंसी और जरूरत पड़ने पर संस्थागत सुविधाओं के लिए समय पर रेफरल के माध्यम से डॉक्टरों से मरीजों को जोड़ना सुनिश्चित करेगा।