Faridabad News, 07 Oct 2019 : श्रीराम नवमी और विजय दशमी के उपलक्ष्य में आज श्री सिद्धदाता आश्रम में पर्व का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आश्रम के अधिपति अनंतश्री विभूषित इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठाधीश्वर श्रीमद जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कहा कि पुण्यात्माओं के जीवन में पहले संकट और फिर मौज आती है। इसलिए उन्हें संकटों से न घबराकर गुरु और अपने ईष्ट पर भरोसा रखना चाहिए।
स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने कहा कि जीव अपने साथ अपने प्रारब्ध भी लेकर आता है। यह प्रारब्ध गत जन्मों के किए कर्मों के फल होते हैं। जिन्हें भोगना ही पड़ता है। लेकिन कई बार हम देखते हैं कि इस जन्म में गलत कर्म करने वाले भी मजे ले रहे हैं, जिससे कई बार धार्मिक व्यक्ति का मन विचलित होने लगता है। लेकिन यह सही नहीं है। वास्तव में भगवान प्रारब्ध में पुण्य पहले भोगने के लिए देते हैं। जिससे जीव पहले अच्छा जीवन और बाद में बुरी गत को प्राप्त होता है। जबकि पुण्यात्मा को पहले प्रारब्ध के बुरे कर्मों को भोगने के लिए देते हैं क्योंकि वह बुरे समय को काट सकता है और बाद में पुण्यफल भोगते हुए मुक्त हो जाता है।
इससे पहले जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी ने मंदिर में व आश्रम के संस्थापक वैकुंठवासी स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज की की समाधि पर पूजन अर्चना की और सामूहिक यज्ञ कर लोककल्याण के लिए प्रार्थना की। जयपुर से आए भजन गायक लोकेश शर्मा ने अपनी टीम के साथ सुमधुर भजनों पर जोरदार प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। यहां पर हजारों की संख्या में पहुंचे देश विदेश से आए भक्तों ने गुरु महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया।