फरीदाबाद, 27 अगस्त। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि जिला में आज शुक्रवार को गत 23 अगस्त से महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व वर्करों को एक-एक सप्ताह का प्रशिक्षण पूरा गया है। इस प्रशिक्षण में सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व वर्करों को प्ले स्कूल के बेहतर क्रियान्वयन के लिए बच्चों के शारीरिक मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक और भाषा संबंधी विकास सर्वांगीण के लिए टिप्स दिए गए हैं। यह प्रशिक्षण जिला के आंगनबाड़ी केंद्रों में बनाए जाने वाले प्ले स्कूल के बेहतर क्रियान्वयन के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
जिला उपायुक्त ने बताया कि हरियाणा सरकार की हिदायतों के अनुसार जिला में 117 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में कन्वर्ट किया जाना है। इसके लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी के साथ बेहतर क्रियान्वयन के लिए कार्य आरंभ कर दिया है। जिला महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी अनीता शर्मा ने बताया कि जिला फरीदाबाद के 1215 आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व वर्करों को गत 23 अगस्त सोमवार से 15 स्कूलों और तीन बारात घरों मे 27 अगस्त तक सप्ताहिक प्रशिक्षण पूरा किया गया है। इस प्रशिक्षण में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व वर्करों को 3 से 6 वर्ष की आयु के प्रीस्कूल के बच्चों सर्वांगीण विकास के टिप्स दिए गए है। इसमें शारीरिक विकास, बौद्धिक विकास, भाषा का विकास, मानसिक विकास, भावनात्मक विकास और खेल खेल में पढ़ना, रंगों, फूट, सब्जियों, पशुओं व पक्षियों के नाम याद करना शामिल हैं। इसके अलावा पोइम और कविताएं सिखाना तथा मुक्खटा बनाने सहित अन्य लिखाई पढ़ाई बारे बच्चों को प्रेरित कर उन्हें मानसिक, शारीरिक व भावात्मक भाषा के रूप से तैयार कैसे किया जाएगा बारे भी बारीकी से जानकारी दी गई है। इसके लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व वर्करों को यह प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि फरीदाराबाद शहरी क्षेत्र के 220 आंगनवाड़ी केंद्रों कार्यरत कार्यकर्ता व वर्करों को के प्रशिक्षण के 6 बैच बनाए गए हैं। पहले 3 बैच आज शुक्रवार को गत 23 से आज 27 अगस्त तक राजकीय प्राइमरी स्कूल सेक्टर- 29 में अपना प्रशिक्षण दिया गया है। इसी प्रकार फरीदाबाद ग्रामीण क्षेत्र के 212 आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यरत कार्यकर्ताओं व वर्करों के लिए भी 6 दिन का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण 6 ग्रुपों में आयोजित किया जाएगा। इनमें पहले तीन ग्रुप को गत 23 से आज 27 अगस्त तक मिर्जापुर के बारात घर में अपना प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने आगे बताया कि एनआईटी जॉन के 220 आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व वर्करों के लिए है भी छ: बैच बनाए गए हैं। इन 6 बैचों में पहले तीन बैच गत 23 से आज 27 अगस्त तक राजकीय बॉयज स्कूल एनएच-2 व/ राजकीय प्राइमरी स्कूल मुजेसर और मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल संजय कॉलोनी में बच्चों के सर्वांगीण विकास के टिप्स देने का सप्ताहिक प्रशिक्षण दिया गया हैं। उन्होंने आगे बताया कि एनआईटी -2 ब्लॉक की 149 आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यरत कार्यकर्ताओं व वर्करों के लिए 5 बेच प्रशिक्षण के लिए बनाए गए हैं। पहले 3 बैच गत सोमवार 23 अगस्त से आज शुक्रवार 27 अगस्त तक राजकीय प्राइमरी स्कूल गांधी कॉलोनी तथा राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल अनखीर में अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी अनीता शर्मा ने आगे बताया कि बल्लभगढ़ शहरी क्षेत्र के 181 आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कार्यकर्ताओं और वर्करों के प्रशिक्षण के लिए 6 बैच बनाए गए हैं, पहले 3 बैच कि गत 23 अगस्त से 27 अगस्त तक प्राइमरी स्कूल चावला कॉलोनी में अपना प्रशिक्षण दिया गया है। इसी प्रकार बल्लभगढ़ ग्रामीण 233 आंगनवाड़ी केंद्रों के में कार्यरत कार्यकर्ताओं व व वर्करों के लिए वर्कर के प्रशिक्षण के लिए 7 बैच बनाए गए हैं। पहले 3 बैच गत 23 अगस्त से आज 27 अगस्त तक राजकीय प्राइमरी स्कूल व राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल चंदावली में अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया हैं। सीडीपीओ शकुंतला रखेजा ने बताया कि उपायुक्त जितेंद्र यादव के कुशल मार्गदर्शन में सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार जिला में 117 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में कन्वर्ट किया जाएगा। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की अधिकारियों को चार दिवसीय प्रशिक्षण स्थानीय बालभवन में दिया जा चुका है। आगामी गत सोमवार 23 अगस्त से आज शुक्रवार 27 अगस्त तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सप्ताहिक प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला में तीन चरणों में 117 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्लेस्कूल में बदलाव किया जाएगा। प्रथम चरण में 40, दूसरे चरण में 35 और तीसरे चरण में 42 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्लेस्कूल के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि की जिला कार्यक्रम अधिकारी, सीडीपीओ व सुपरवाइजर को चार दिवसीय प्रशिक्षण गत 9 से 12 अगस्त तक दिया गया था। चार दिवसीय प्रशिक्षण में जिला में 40 आंगनवाड़ी केंद्रों को प्रथम चरण में प्ले स्कूल में कन्वर्ट किया जाने के लिए यह प्रशिक्षण दिया गया था। सीडीपीओ शकुंतला रखेजा ने बताया कि उन्होंने भी प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया था। उन्होंने सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार दिशा निर्देश भी प्रशिक्षण शिविर में दिए थे।
सीडीपीओ शकुंतला रखेजा ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जिला में सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 117 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्लेस्कूल में किया जाएगा। जबकि जिला में महिला एवं बाल विकास विभाग की सभी सीडीपीओ व सुपरवाइजर को आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदलने के लिए पहले 15 दिन का प्रशिक्षण दिया गया था और अब स्थानीय बाल भवन एनआईटी में चार दिवसीय प्रशिक्षण गत 9 से 12 अगस्त तक दिया गया था। जिसमें आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदलने के लिए बेहतर तरीके से मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा घोषित किए गए आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में कन्वर्ट करने की योजना का सही रूप से क्रियान्वयन किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिला मे महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा तीन चरणों में आंगनबाड़ी केंद्रों को प्लेस्कूल में कन्वर्ट किया जाएगा। प्रथम चरण में 40, दूसरे चरण में 35 तथा तीसरे चरण में 42 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्लेस्कूल बनाया जाएगा। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया था।