फरीदाबाद, 29 नवंबर, 2023: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग की ओर से कंप्यूटेशन, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी में प्रगति विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीएआईसीसीआईटी– 2023) का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथियों और सम्मानित सदस्यों ने मां सरस्वती के सामने दीप जलाकर किया। कार्यक्रम के दौरान शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और उद्योगपतियों ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन, साइबर सुरक्षा और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसे कंप्यूटिंग के उन्नत क्षेत्रों पर चर्चा की।
सम्मेलन के दौरान भारत सहित दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, ताइवान से राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 1086 शोधपत्र पेश किए गए, जिनमें से 450 शोधपत्र स्वीकृत और 282 शोधपत्र पंजीकृत किए गए। कार्यक्रम के स्वागत सत्र में हुई चर्चा में एमआरईआई के प्रबंध निदेशक श्री राजीव कपूर, एमआरआईआईआरएस उपकुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव, प्रति उपकुलपति एमआरआईआईआरएस प्रोफेसर डॉ. प्रदीप कुमार, प्रति उपकुलपति डॉ. नरेश ग्रोवर, एसोसिएट डीन प्रोफेसर डॉ. गीता निझावन सहित अल्स्टर विश्वविद्यालय यूके की इंटरिम कार्यकारी डीन डॉ. सैंड्रा मोफेट, इंटरनेशनल सेंटर फॉर एआई एंड साइबर सिक्योरिटी रिसर्च एंड इनोवेशन, एशिया यूनिवर्सिटी ताइवान के निदेशक डॉ. ब्रिज बी. गुप्ता, नॉटिंघम ट्रेंट की सीनियर लेक्चरार डॉ. ताहा उस्मान, मैनचेस्टर मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी यूके में मेक्ट्रोनिक्स के सीनियर लेक्चरार डॉ. एरिस एलेक्सौलिस, मैनचेस्टर मेट्रोपॉलिटन में सीनियर लेक्चरार डॉ. कोना केंड्रिक, आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ग्रेटर नोएडा के निदेशक प्रो. एसएस त्यागी ने विचार रखे।
इसके बाद सामूहिक चर्चा सत्र का आयोजन हुआ जिसमें एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. गिन्नी सहगल और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. श्वेता शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. एरिस ने मुख्य भाषण देते हुए आईटी और ओटी के बीच चौथे औद्योगिक सहयोग के बारे में जानकारी दी। वहीं डॉ. ताहा उस्मान ने जेनेरिक एआई और लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स (एलएलएम) के बारे में बताया। सीएसई (एसपीएल) विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. तापस कुमार ने सभी अतिथियों का आभार जताया। सम्मेलन की संयोजिका डॉ. पूनम तंवर रहीं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। अगले सत्र में बतौर मुख्य वक्ता प्रोफेसर वेलेंटीना एमिलिया बालास, एवीयू एकेडमी ऑफ रोमानियन साइंटिस्ट्स, रोमानिया ने इंटेलीजेंट कंप्यूटिंग: नवीनतम प्रगति, चुनौतियाँ और भविष्य विषय पर विचार रखे।
दूसरे दिन बतौर मुख्य वक्ता पहुंचे प्रो.अवधेश गुप्ता, सीजीसी झंझेरी ने बिग डेटा कंप्यूटिंग और टेक्नोलॉजीज पर जानकारी दी। अगले सत्र में मुख्य वक्ता रहे नॉर्थ फ्लोरिडा विश्वविद्यालय से डॉ. स्वप्ननील रॉय ने साइबर सुरक्षा और ब्लॉकचेन के बीच संबंध पर एक व्यावहारिक सत्र दिया। जबकि समापन सत्र में विशिष्ट अतिथि रहे राज्य करियर परामर्शदाता, भारत सरकार ने डॉ. डीके वर्मा ने विचार रखे। इस दौरान मुख्य अतिथि डॉ. ए मुरली एम राव, निदेशक, कंप्यूटर प्रभाग, भारत गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, प्रोफेसर डॉ. प्रदीप कुमार पीवीसी, एसईटी डॉ. तापस कुमार, एसोसिएट डीन, एसईटी, एमआरआईआईआरएस, डॉ. पूनम तंवर , प्रोफेसर सीएसई, एसईटी मौजूद रहे।