Faridabad News, 19 Sep 2018 : नीलम-बाटा रोड स्थित फोर्टिज एस्कॉर्ट्स अस्पताल की गॉयनोलॉजिस्ट ने अपनी टीम के साथ करीब 15 दिन में दो महिला मरीजों के पेट से दो बड़े आकार के ट्यूमर निकाले।
अस्पताल की कंसल्टेंट, ऑब्सटे्रटिक्स एंड गायनोलॉजिस्ट डॉ. नीति कौतिस ने प्रेस वार्ता में बताया कि दोनों मरीजों की जांच में सामने आया कि दोनों के पेट में ट्यूमर है, जिसका इलाज शुरू किया गया और ऑपरेशन के माध्यम से दोनों के ट्यूमर निकाले गए। 19 वर्षीय एक युवती उल्टी आने की शिकायत पर अस्पताल में दाखिल हुई थी। उसकी सभी जांचे करवाई गईं, तो उसके पेट का आकार बढ़ा हुआ पाया गया। उसके पेट का सीटी स्कैन करवाया गया, तो सामने आया कि उसके पेट में एक बड़ा ट्यूमर है और इसके कारण उसकी दोनों किडनियों में सूजन पाई गई। युवती के परिजनों से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि इसके बारे में उन्होंने ध्यान नहीं दिया और युवती को वॉक के लिए कहा गया था। उसका ऑपरेशन किया गया और साढ़े तीन किलो के ट्यूमर को निकाला। ऑपरेशन के आठ दिन बाद उसकी जांच की गई तो उसकी किडनियों की सूजन भी कम हो गई। ऐसे ही एक 45 वर्षीय महिला का ऑपरेशन के बाद साढ़े चार किलो का ट्यूमर निकाला। फिलहाल दोनों मरीज पूरी तरह से ठीक है।
डॉ. नीति ने बताया कि यह ट्यूमर 14 से 25 और 45 से 50 वर्ष की महिलाओं में कभी भी हो जाता है। इसका जीवनशैली पर किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। हारमोंस में बदलाव के कारण भी ऐसा हो सकता है। इसका मुख्य कारण बदलती जीवनशैली है। इससे बचाव के लिए समय-समय पर जांच करवानी चाहिए। कुछ अन्य चीजे भी है। जैसे पेट के ऊपरी हिस्से या पीठ के ऊपरी भाग में दर्द, खून का थक्का जमने की वजह से काफी सूजन होना, पेट फूलना, कमजोरी, भूख न लगना, मितली और उल्टी, कंपकंपी होना, बुखार तथा वज़न घटना आदी।