फरीदाबाद, 12 अक्टूबर। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि आज सीमा पर तैनात जवानों और देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए जवानों की बदौलत ही हम देश में खुली हवा में सांस ले रहे हैं। यह शहीद हमारे समाज की धरौहर हैं और भावी पीढ़ियों को इनसे प्रेरणा लेनी होगी। उपायुक्त जितेंद्र यादव शुक्रवार को फरीदाबाद इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (एफआईए) हॉल में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित शहीदों के परिवारों के सम्मान समारोह में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा एफआईए के सहयोग से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की श्रंखला में आयोजित किया गया।
अपने संबोधन में उपायुक्त ने कहा कि देश के बांकुरों ने निस्वार्थ भाव से अपनी जान की बाजी लगाकर जान की कुर्बानी दी है और यह हमेशा स्मरणीय रहेगी। उन्होंने इस दौरान एफआईए के सभी प्रतिनिधियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि अभी हाल ही में हम कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान प्रथम चरण में जिला में उद्योगपतियों के सहयोग से न ही कोई गरीब भूखा रहा और न ही कोई अपने गन्तव्य पर पहुंचने से वंचित रहा। उन्होंने कहा कि इसी वजह से ही फरीदाबाद को देशभर में कोविड-19 मैनेजमेंट के लिए प्रथम स्थान भी मिला। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के लोगों ने वेक्सिनेशन अभियान के प्रथम चरण में भी प्रशासन का बढ़-चढ़कर साथ दिया और अभी दूसरे चरण में भी भरपूर सहयोग मिलेगा। उन्होंने उत्तराखंड त्रासदी के लिए भी एफआईए द्वारा किए गए आर्थिक सहयोग का भी धन्यवाद किया। उन्होंने अब पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता अभियान के लिए भी सभी से मिलकर कार्य करने का आह्वान किया।
इस दौरान एफआईए के प्रधान बीआर भाटिया ने अपने संबोधन में कहा कि शहीदों की बदौलत ही हमारा देश आजाद हुआ और हम इन्हीं की बदौलत देश के विकास में अपनी भागीदारी बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि एफआईए हमेशा से ही जिला प्रशासन के साथ व जरूरत के समय खड़ा मिलता है और मिलता रहेगा। इस अवसर पर एफआईए के पूर्व चेयरमैन केसी लखानी ने आए हुए सभी मेहमानों का स्वागत किया और कहा कि आजादी के 75 वें वर्ष को आज हम अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। यह बहुत ही गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद बहुत से परिवार फरीदाबाद में आए और देश के औद्योगीकरण में फरीदाबाद ने आज एक मुकाम हासिल किया है। इस अवसर पर नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लाइंड के विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गीत और राजकीय स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी गई। एफआईए द्वारा उत्तराखंड त्रासदी के लिए राहत कोष हेतु चैक भी भेंट किया गया। इस अवसर पर शहीदों की आठ वीरांगनाओं व दो शहीदों की माताओं को सम्मानित भी किया गया। इनमें 1965 इंडिया-पाक युद्ध के शहीद हवलदार ओपी सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती रामरति, शहीद सिपाही शेर सिंह की पत्नी चंद्री देवी व शहीद हवलदार महीपाल सिंह की धर्मपत्नी चंद्रा देवी को सम्मानित किया गया। 1971 भारत पाक युद्ध के शहीद हवलदार रामपाल की पत्नी श्रीमती कृपाल कौर, आपरेशन रक्षक में शहीद हुए नायक रघवीर सिंह की पत्नी मामवती, लांस नायक रामबीर सिंह की पत्नी सुनीता देवी, नायक संदीप की पत्नी गीता देवी, आपरेशन मेघदूत में शहीद हुए ग्रेनेडियर रामबीर सिंह की पत्नी रामबती को सम्मानित किया गया। वहीं कारगिल आपरेशन में शहीद हुए सिपाही वीरेंद्र कुमार की माता लीलावती और अन्य आपरेशन में शहीद हुए शौर्य चक्र विजेता ग्रेनेडियर डीएस भाटी की माता भगवानी देवी को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, जीएसपी कमिश्नर वंदना, डीईटीसी धर्मवीर सिंह दहिया, जिला रेडक्रॉस सचिव विकास कुमार, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी राकेश गौतम, जिला सैनिक बोर्ड के सचिव मेजर आर.के. शर्मा, उद्योगपति एस.के. जैन, एस.पी. अग्रवाल, नरेंद्र अग्रवाल, प्रदीप मोहंती सहित एफआईए से जुड़े कई गणमान्य उद्योगपति मौजूद थे।