Faridabad News/ Sunny Dutta : गांव पलवली हत्याकांड में आरोपी पक्ष के परिजनों को गांव में आने से रोकने को लेकर वीरवार को पीडि़त पक्ष के लोग पं. सुरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में जिला उपायुक्त से मिले और गांव में यथास्थिति बनाए रखने का अनुरोध किया। जिला उपायुक्त को ग्रामीणों की ओर से सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने जिला उपायुक्त से अनुरोध किया कि आरोपी पक्ष के परिजनों को अभी गांव में न भेजा जाए, इससे माहौल और तनावपूर्ण होगा, जिससे हालात बिगडऩे की संभावना है। ज्ञापन में उन्होंने कहा कि 18 दिसम्बर को आरोपी पक्ष की कुछ महिलाओं को गांव में लाया गया था, जिससे माहौल बिगड़ गया। उन्होंने कहा कि दोनों ही पक्षों में एक-दूसरे के प्रति दुर्भावना का माहौल है और कुछ लोग माहौल खराब करना चाहते हैं। गांव के बुजुर्गों एवं बुद्धिजीवियों के चलते यहां का माहौल काबू में है। इसलिए वो प्रशासन से मांग करते हैं कि आरोपी पक्ष के परिजनों को गांव में लाने में जल्दबाजी न करें। इसको लेकर सर्वधर्म पंचायत का आयोजन गांव पलवली में रविवार को रखा गया है, जिसमें सभी बिरादरी व आसपास के गांवों के मौजिज लोग एकत्रित होंगे। पंचायत में निर्णय लिया जाएगा कि आरोपी पक्ष के परिजनों को यदि वे शांतिपूर्ण माहौल में आना चाहते हैं, तो आने दिया जाए या नहीं।
अत: हमारी प्रशासन से मांग है कि पंचायत के सर्वसम्मति से निर्णय लेने के बाद ही पलवली हत्याकांड के आरोपियों की घर वापसी पर कोई निर्णय लिया जाए। ग्रामीणों के नोटिस का संज्ञान लेते हुए जिला उपायुक्त अतुल कुमार ने आश्वासन दिया कि गांव पलवली में माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा। जहां तक आरोपी पक्ष के परिजनों का पलायन का सवाल है, तो इसके लिए पूरी तैयारी एवं सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा। जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने वालों में पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली के साथ गांव पलवली से छाजूराम, घनश्याम, प्रहलाद, नरेन्द्र, हेतराम, त्रिलोक, नंदकिशोर, राजेश्वर, संतोष, मेदवती, शरदा, रोहित, धर्मेन्द्र, नितेश, टेकचंद, कृष्णा देवी, मनोज, रविदत्त, कन्हैया, भीम, पं. अमरदत्त, भूदेव, गणेशीराम एवं राजपाल आदि शामिल थे।