फरीदाबाद, 30 अक्टूबर। फरीदाबाद बाइपास स्थित यूनिवर्सल अस्पताल ने एक ऐसे मरीज जिसे पिछले तीन सालों से खून की उल्टियां हो रही थी, का सफल ऑपरेशन कर उसे नया जीवन प्रदान किया है, इसके लिए मरीज ने अस्पताल के डॉक्टरों का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
अस्पताल के हृदय तथा फेफड़ा रोग विशेषज्ञ डॉ. शैलेश जैन ने बताया कि मरीज ओमप्रकाश जो कि तिलपत गांव का रहने वाला है, को पिछले तीन सालों से बार-बार खून की उल्टी हो रही थी तथा उल्टी में एक बार में 200 से 250 मि.ली. खून निकल जाता था और खून बिलकुल लाल रंग का आता था। इलाज के लिए मरीज ने फरीदाबाद और दिल्ली के सफदरजंग और एम्स अस्पताल में दिखाया। एम्स अस्पताल में दिखाने पर उसे पता चला कि उसकी छाती की महाधमनी (अओटा), जिसे मेडिकल साइंस की भाषा में थोरसिक अओटा प्रन्यूरिजम कहा जाता है, जिसकी वजह से फेफड़ों पर दबाव आ जाता है, इसकी वजह से उसे खून की उल्टियां हो रही थीं। मरीज को इसके इलाज के लिए ऑपरेशन की सलाह दी गई, जिसमें जान का भी खतरा बताया गया।
इसके बाद मरीज यूनिवर्सल अस्पताल में आया जहां डॉ. शैलेश जैन व डॉ. रहमान डीएम कार्डियोलॉजिस्ट ने मरीज की जांच कर बीमारी के बारे में विस्तार से बताया और अओटा की एंजियोग्राफी की गई। एंजियोग्राफी में पाया गया कि फेफड़े की महाधमनी जिसका आकार ढाई से तीन सेंटीमीटर होता है वह बढक़र 10 सेंटीमीटर हो गया है, जिसे थयोरोसिक अओटा प्रन्यूरिजम कहा जाता है वह फूल गई थी जिसकी वजह से मरीज को खून की उलटियां हो रही थीं और कमर में भयानक दर्द था। इस बीमारी में अगर नस फट जाए तो मरीज को इतना समय भी नहीं मिल पाता है कि वह घर से अस्पताल तक भी आ सके। मरीज को तुरंत आप्रेशन की सलाह दी गई और आप्रेशन के खतरे बारे में विस्तार से बताया गया। मरीज के ऑपरेशन में करीब 10 घंटे का समय लगा। वह महाधमनी जो बड़ी हो गई थी उस हिस्से को हटाकर वहां नई रक्तवाहिनी जोड़ी गई। ऑपरेशन में करीब 12 यूनिट रक्त लगा। मरीज इस समय बिलकुल स्वस्थ है। मरीज की आर्थिक स्थिति को देखते हुए हंस फाउंडेशन ने उसकी आर्थिक मदद की। आप्रेशन में डॉ. शैलेश जैन, डॉ. राहुल चंदोला, डॉ. रहमान, डॉ. पवन, डॉ. मनोज, कुंवरपाल, नरेश, प्रियरंजन, साबिर व खुशबू शामिल रहे।
अस्पताल की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. रीति अग्रवाल ने मरीज की मदद के लिए हंस फाउंडेशन की डॉ. दीपिका का हार्दिक आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सल अस्पताल फरीदाबाद एवं एनसीआर क्षेत्र का एकमात्र ऐसा अस्पताल है जहां 60 बेड एनआईसीयू हैं और सुपर स्पेशलिस्ट की सुविधा उपलब्ध है।