Faridabad News, 25 Dec 2018 : बच्चा अपने जन्म के बाद जब बोलना सीखता है तो सबसे पहले जो शब्द वह बोलता है वह होता है ‘माँ’। स्त्री माँ के रूप में बच्चे की गुरु है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल, तिगांव ने एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाते हुए मदर्स मीट का आयोजन किया जिसमें सभी छात्रों की माताओं को स्कूल में आमंत्रित किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ फरीदाबाद की मेयर श्रीमती सुमन बाला ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती बाला ने कहा कि माता को जो अनुभव होता है वही बालक के जीवन पर प्रभाव डालता है। माता से ही वह संस्कार ग्रहण करता है। माता के उच्चारण व उसकी भाषा से ही वह भाषा-ज्ञान प्राप्त करता है। यही भाषा-ज्ञान उसके संपूर्ण जीवन का आधार होता है। इसी नींव पर बालक की शिक्षा-दीक्षा तथा संपूर्ण जीवन की योग्यता व ज्ञान का महल खड़ा होता है। इसलिए सभी बच्चों की माताओं को भी आज के युग में सक्रिय रहना चाहिए। श्री बाला ने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों की शादियों के लिए पैसा जोडऩे और खर्च करने की बजाय उसे शिक्षा पर खर्च करें ताकि बच्चे इसी शिक्षा के प्रकाश से अपना जीवन रोशन कर सकें। कार्यक्रम में पहुंची बीईओ श्रीमती अनीता शर्मा ने माताओं को समझाया और प्रोत्साहित किया कि उन्हें आगे बढ़कर बच्चों की शिक्षा और करियर की तरफ ध्यान देना चाहिए। वे सिर्फ अपने आपको बच्चों के लालन-पालन तक ही सीमित न रखें। बच्चों का करियर भी उनकी ही जिम्मेदारी है।
श्रीमती अनीता ने कहा कि बालक को जीवन में विकसित होने, उत्कर्ष की ओर बढऩे के लिए भी माँ ही शक्ति प्रदान करती है। उसे सही प्रेरणा देती है। समय-समय पर बचपन में माता द्वारा बालक को सुनाई गई कथा-कहानियाँ, उपदेश व दिया गया ज्ञान, बच्चे के जीवन पर अमिट छाप तो छोड़ता है। बचपन में दिया गया ज्ञान ही संपूर्ण जीवन उसका मार्गदर्शन करता है। इसलिए माताओं को सक्रिय रूप से बच्चों के करियर आदि की जानकारी रखनी चाहिए ताकि वे उन्हें सही मार्गदर्शन दे सकें। श्रीमती अनीता ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से बच्चों को काफी लाभ मिलेगा। स्कूल और माताएं मिलकर बच्चों के बेहतर भविष्य की नींव रख सकते हैं। कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने बताया कि स्कूल के द्वारा यह मदर्स मीट का आयोजन किया गया है ताकि इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों की माताओं में आत्मविश्वास बढ़ सके और वे आगे बढ़ कर अपने बच्चों की शिक्षा और करियर से जुड़े विषयों को गंभीरता से लें और बच्चों को सही मार्गदर्शन दे सकें। उनका प्रयास रहेगा की आगे भी इस प्रकार के आयोजन किए जाते रहें ताकि एक जागरुकता का माहौल तैयार किया जा सके, जिससे बच्चों को भी लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त मदर्स एवं बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के गेम्स का आयोजन किया गया जिसे सभी ने इंज्वाय किया। बच्चों के लिए झूलों का भी खास इंतजाम रखा गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में पहुंची मदर्स के लिए सेमीनार आदि का आयोजन किया गया और उन्हें विभिन्न प्रकार की जानकारियां उपलब्ध करवाई गईं। इस अवसर पर मुख्य रूप से स्कूल के डॉयरेक्टर शम्मी यादव, सीएल गोयल, प्रिंसिपल कुलविंदर कौर, विक्रम सिंह एडवोकेट एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।